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500 तथा 2000 रुपये के नए नोटों के बारे में क्या है अनोखा?

May 9, 2017


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8 नवंबर 2016 पूरे देश के लोगो को चौंकाने वाली घटना के रूप में उभर कर सामने आया, जैसा कि लोगों को पता है कि 1000 और 500 के पुराने नोटों का अब उतनी आसानी से इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा जितनी आसानी से वे (31 मार्च, 2017) तक करने में सक्षम थे, इन नोटों को केवल एक कागज के टुकड़े के रूप में प्रयोग किया जायेगा, ऐसा प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक भाषण में कहा था।

अब, जैसा कि देश इस तरह के फैसलों के सही या गलत होने पर चर्चा कर रहा है, हो सकता है बहुत से लोग प्रधान मंत्री द्वारा की गई घोषणा से चूक गये हों, उन्होंने कहा था कि जल्द ही भारत सरकार भारतीय बाजार में 500 और 2000 रूपये के नये नोट लायेगी, इन नए नोटों को 10 नवंबर, 2016 से एक प्रगतिशील तरीके से पेश करने की उम्मीद है।

ऐसा क्यों किया जा रहा है?

8 नवंबर, की रात 8 बजे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिये गये इस फैसले का मुख्य उद्देश्य, नकदी के रूप में काले धन को इकट्ठा करने वालों और नकली नोटों के व्यापार में लगे हुए लोगों पर कड़ाई से  प्रतिबंध लगाना है। यह फैसला इस प्रकार घोषित किया गया कि भ्रष्टाचार में लीन लोग स्वयं को ‘वित्तीय संकट’ से बचाने के लिये हर प्रकार से असमर्थ हों। एक अनुमान के अनुसार भारत में कई रूपों में जमा किया गया काला धन अरबों रूपये के करीब है। भारत सरकार इस जमा कालेधन को भारतीय अर्थव्यवस्था में वापस लाने के लिये प्रयास कर रही है।

2000 रूपये के नये नोटों की विशेषताएं

भारतीय रिर्जव बैंक द्वारा 2000 हजार रूपये के मूल्य वाले नये नोट महात्मा गाँधी (नई) श्रंखला के तहत पेश किये जा रहे हैं

  • नये नोटों से अपेक्षा की जा रही है कि इनके पिछले पृष्ठ पर मंगलयान का चित्र छपा हुआ होगा। मंगलयान, भारत का इंटरप्लानेटरी स्पेस के क्षेत्र में किया गया पहला प्रयास है।
  • नये नोट मैजेंटा रंग के होंगे।
  • नोट के दोनों ओर ‘संपूर्ण रंग योजना के साथ बनायी गयी’ कुछ ज्यामितीय पैटर्न और डिजाइनें भी हैं।
  • नये नोट का आकार 66 मि.मी. x 166 मि.मी. होने जा रहा है।
  • नये नोट में सामने के भाग में एक पारदर्शी लेख होगा जिसे प्रकाश के सामने रखने पर यह 2000 का संकेत प्रदर्शित करेगा, इस नोट में एक मूल्य सूचक गुप्त चित्र भी लगाया गया है, यह चित्र, नोट को आँख से 45 अंश के कोण पर समायोजित करने पर ही दिखाई देगा।
  • देवनागरी लिपि के अंकों में लिखे इस नोट के बीच में महात्मा गाँधी का चित्र बना होगा।
  • नोट में सूक्ष्म अक्षरों में 2000 एवं RBI और खिड़की वाला सुरक्षा धागा है जिस पर भारत, 2000 आरबीआई लिखा हुआ होगा। इस धागे को झुकाने पर यह हरा रंग नीले रंग में बदल जायेगा।

नोट के दाहिनी ओर भारतीय रिजर्व बैंक का चिन्ह, अशोक स्तम्भ का चिन्ह और संबंधित राज्यपालों के वचन एवं हस्ताक्षर की छपाई होगी जो नोट को असली होने की गारंटी प्रदान करेगें। नोट के वॉटर मार्क में इलेक्ट्रोटाइप 2000 और महात्मा गाँधी के चित्र होंगे। नोट के निचले दायें और शीर्ष बायें पक्ष की ओर, संख्या वाले पैनल होगें, जिनमें छोटे से बड़े तक अंक लिखे हुए होंगे।

नोट को कुछ खास विशेषताओं युक्त बनाया गया है इसको नेत्रहीन लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुछ खास डिजाइन दी गईं हैं-

  • महात्मा गाँधी, पहचान चिन्ह और अशोक स्तंभ प्रतीक की तस्वीरों को एक खास तरह से उभार कर छापा जाएगा।
  • इसके दाहिनी ओर एक क्षैतिज आयताकार क्षेत्र में उभरा हुआ “2000” छापा जाएगा।
  • नोट के प्रत्येक बाजू में सात गहरे लाल रंग की लाइनें होंगी।

नोट के पिछले पक्ष में, नोट का छपाई का वर्ष छपा हुआ होगा। उसके पास “स्वच्छ भारत” का प्रतीक चिन्ह होगा। भाषा सूची नोट के बीच में स्थित होगी।

500 रूपये के नये नोटों की विशेषताऐं

नये नोट रंग, सुरक्षा घटकों की मौजूदगी, आकार, डिजाइन के तत्वों और विषयों के मामले में मौजूदा नोटों की विशेषताओं से काफी अलग होंगे।

  • नये नोट का आकार 63 मि.मी. x 150 मि.मी. होने जा रहा है।
  • नये नोटों का रंग पथरीला भूरा होगा, नोट की थीम के रूप में देश के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक लाल किला, राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ भारतीय विरासत का एक अभिन्न अंग छपा हुआ होगा।
  • नये नोट में सामने के पक्ष में एक सांख्यिकीय पारदर्शी लेख होने की उम्मीद है, इसके साथ ही देवनागरी लिपि में लिखा एक गुप्त चित्र भी होगा।
  • नये नोट के दिशा निर्देश में, महात्मा गाँधी के चित्र का स्थान पुराने नोट में स्थिति से अलग होगा।
  • नोट के बीच में एक सूक्ष्म खिड़की वाला सुरक्षा धागा होगा जो झुकाने पर हरे रंग से नीले रंग में बदल जायोगा, नोट के दायीं ओर भारतीय रिजर्व बैंक का चिन्ह, अशोक स्तम्भ का चिन्ह और संबंधित राज्यपालों के वचन हस्ताक्षर की छपाई होगी जो नोट को असली होने की गारंटी प्रदान करेगें।
  • नये नोट में इलेक्ट्रोटाइप और पोट्रेट वॉटर मार्क भी होंगे।
  • नोट में नंबर सूची को उस स्थान पर रखा जायेगा जहाँ पर छोटी संख्या से बड़ी संख्या की ओर बढ़ रहे आँकड़ों में रूपये 2000 लिखा हुआ होगा।

नोट के निचले दाहिने हिस्से में सांख्यिकीय संख्या में मूल्यवर्ग को छापा जायेगा और यह स्याही को हरे से नीले रंग में बदल देगा। अशोक का चिन्ह दायें भाग में होगा। नेत्रहीन लोगों की सुविधा के लिये नोट में महात्मा गाँधी, पहचान चिन्ह और अशोक के स्तम्भ का चित्र उभार कर छापा जायेगा। नोट के दाहिनी ओर एक चक्र में रू. 500 उभार कर छापा जायोगा। नोट के प्रत्येक बाजू में पाँच गहरे लाल रंग की लाइनें होंगी।

नोट के पिछले पक्ष में, नोट का छपाई का वर्ष छपा हुआ होगा। उसके पास “स्वच्छ भारत” का प्रतीक चिन्ह होगा। भाषा सूची नोट के बीच में स्थित होगी।