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बिहार चुनावः 1.35 करोड़ लोग आज करेंगे मताधिकार का इस्तेमाल

October 12, 2015


 बिहार में पहले चरण का मतदान

बिहार में आज पहले चरण का मतदान है। 1.35 करोड़ मतदाता 49 सीटों पर अपनी पसंद के उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाएंगे। पांचवां और अंतिम चरण 5 नवंबर को है। मतदान 7 बजे शुरू होगा और ज्यादातर जगहों पर शाम पांच बजे तक चलेगा। हालांकि, कुछ जगहों पर कानूनव्यवस्था से जुड़ी दिक्कतों को देखथे हुए 3 या 4 बजे भी मतदान खत्म हो सकता है। चुनाव के नतीजे 8 नवंबर (रविवार) को आएंगे।

जिन दस जिलों में वोटिंग हो रही हैं, वे हैं: समस्तीपुर, बेगुसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और जमुई।

  • पहले चरण में कुल विधानसभा सीटें: 49
  • कुल उम्मीदवारः583
  • महिला उम्मीदवारः 54
  • बीजेपी के 27 उम्मीदवार, एलजेपी के 13 उम्मीदवार हैं। बचे 9 उम्मीदवार दो अन्य साथी दलों के।
  • जेडी(यू) 24, आरजेडी 17 और कांग्रेस 8 स्थानों पर मुकाबले में है।
  • एसपी के 18, बीएसपी के 41, भाकपा के 25 और माकपा के 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में।

पहले चरण में मतदाताओं की स्थितिः

  • कुल मतदाताः 1,35,72,339

सामान्य मतदाताः

  • कुलः 1,35,55,260
  • पुरुषः 72,37,253
  • महिलाएः 63,17,602
  • थर्ड जेंडरः 405

सेवारत मतदाताः

  • कुलः 17,079
  • पुरुषः 11,783
  • महिलाएः 5,296
  • थर्ड जेंडरः 0

18-19 वर्ष के आयु समूह वाले पहली बार मतदान करने वाले मतदाताः

  • कुल मतदाताः 5,07,021
  • पुरुषः 2,98,996
  • महिलाएं: 2,07,965
  • अन्यः 60

अन्य विवरणः

  • कुल मतदान केंद्रः 13,212
  • कुल मतदान केंद्र स्थलः 9,301
  • मतदान के लिए तैनात कुल कर्मचारीः 63,624
  • कुल पुलिसकर्मी तैनातः 55,902
  • कुल वीडियो कैमरे लगाए गएः 935
  • कुल हेलिकॉप्टर/मानवरहित विमानः 5

जेडी(यू) सदस्य अवधेश कुशवाहा ने दिया इस्तीफा

नीतीश कुमार सरकार को करारा झटका लगा है। बिहार में शहरी विकास मंत्री अवधेश कुशवाहा ने मतदान से ठीक एक दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कल, एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कुशवाहा एक अज्ञात व्यापारी से रिश्वत के तौर पर चार लाख रुपए नगद ले रहे हैं। इसमें वह यह वादा करते दिख रहे हैं कि यदि जेडी(यू) सत्ता में आई तो उसे आकर्षक ठेके दिलवाएंगे।

जेडी(यू) अध्यक्ष शरद यादव ने उनके इस्तीफे की पुष्टि करते हुए स्वीकार किया। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति पार्टी की जीरो टॉलरेंस की नीति है। बीजेपी को भी इसी नीति पर चलते हुए भ्रष्ट और कदाचार के आरोपी मंत्रियों से इस्तीफे ले लेना चाहिए। चुनाव आयोग ने जिला मजिस्ट्रेट को आरोपों की जांच करने को कहा है।

अवधेश कुशवाहा पश्चिम चंपारन जिले में पिपरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।

एक अन्य घटनाक्रम में 9 अक्टूबर को बीजेपी को करारा झटका लगा। बक्सर जिले की ब्रह्मपुर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक दिलमणी देवी ने बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा देकर जेडी(यू) की सदस्यता ले ली थी। बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाशपति मिश्रा की बहू पार्टी का टिकट न मिलने से नाराज थी। पार्टी हाईकमान ने उनकी जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर को टिकट दे दिया था।

उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं की आलोचना की जिन्होंने 2012 में ससुर कैलाशपति मिश्रा के निधन पर पार्टी के सहयोग का वादा किया था। अब वह बिहार में विकास कार्यों के लिए नीतीश कुमार की तारीफों के पुल बांध रही हैं।

चुनाव आयोग ने वोटिंग के दौरान प्रधानमंत्री की रैलियों को दी अनुमति

चुनाव आयुक्त ने महागठबंधन के लिखित विरोध के बाद भी प्रधानमंत्री को वोटिंग वाले दिन रैलियों की अनुमति दे दी। कैमूर के निर्वाचन अधिकारी देवेश सेहरा ने सुरक्षा कारणों से एयरपोर्ट मैदान पर प्रधानमंत्री की रैली को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। शनिवार को पटना में एसके मोदी के नेतृत्व में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिला। उनसे रैली के आयोजन के लिए अनुमति देने का अनुरोध किया।

अपनी अनुमति देते हुए आर. लक्ष्मणन ने कहा कि रैली हो सकती है लेकिन जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 126 के तहत इलेक्ट्रानिक मीडिया का इस्तेमाल प्रधानमंत्री के भाषण के प्रचारप्रसार में इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। लेकिन उन्होंने इस पर अमल राजनीतिक दलों और मीडिया पर ही छोड़ दिया।

पीएम मोदी सुबह 10 बजे जेहानाबाद में पहली रैली को संबोधित करने वाले हैं। फिर कैमूर के जिले के भभुआ में एयरपोर्ट मैदान पर 12 बजे। इस बीच, प्रधानमंत्री ने सभी योग्य मतदाताओं को बड़ी संख्या में घरों से निकलकर वोट डालने की अपील की है।

चुनाव से एक दिन पहले, जेपी की विरासत पर उलझे बीजेपी और जेडी(यू)-आरजेडी

पिछले 14 महीने में जयप्रकाश नारायण को लेकर सिर्फ बयानबाजी के अलावा किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। जयप्रकाश नारायण वह सामाजिक और सुधारवादी नेता हैं, जिन्होंने 1974 में इंदिरा गांधी को सत्ता से बेदखल करने के लिए आंदोलन छेड़ा था। हालांकि, बिहार में वोटिंग के पहले चरण से एक दिन पहले उनके जन्म दिवस पर उनकी विरासत को हथियाने के लिए हर दल ने कोशिश की।

एक ओर, बीजेपी ने कल विज्ञान भवन में जेपी की जयंती पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। उनके विचारों को याद किया। दूसरी ओर जेपी की विरासत के अन्य दावेदारों नीतीश कुमार और लालू प्रसाद भी सक्रिय हो गए। यह दोनों नेता जेपी आंदोलन में सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं और लोकतंत्र के लिए लड़ते हुए उनके साथ जेल भी गए थे। उनका दावा है कि जेपी के आंदोलन से उनका जुड़ाव किसी भी अन्य बीजेपी नेता से ज्यादा था। वे जेल गए थे, जबकि नरेंद्र मोदी समेत कोई भी बीजेपी नेता एक दिन भी जेल नहीं गया था।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर आपातकाल और कांग्रेस की भूमिका पर भी बोला, जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों की आलोचना का भी उन्हें सामना करना पड़ा। इस बीच, जेपी की विरासत के सच्चे उत्तराधिकारी होने की कोशिशें जारी हैं।

मतदान केंद्रों से सीधेसीधे ताजा जानकारी

सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। 9 बजे तक 10 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी थी। 10 बजे मतदान 13 प्रतिशत था। कई बूथों पर लंबीलंबी कतारें देखी जा सकती थी। दिन जैसेजैसे चढ़ेगा, वैसेवैसे उत्साह भी चढ़ने की उम्मीद की जा रही है।

आज हुई वोटिंग के दौरान कई लोगों से मिली प्रतिक्रिया को देखते हुए यह साफ है कि 2014 के आम चुनावों के दौरान जो उत्साह वोटरों में था, वो इस बार नहीं है। किसी भी पार्टी या नेता के लिए कोई लहर नहीं दिख रही है।