भारतीय रेलवे स्टेशनों में नि:शुल्क वाई-फाई सेवाएं
गूगल द्वारा संचालित सार्वजनिक उच्च गति वाई-फाई प्रोजेक्ट, जिसे २०१६ के अनित तक १०० रेलवे स्टेशनो में सम्मिलित किया जायेगा,आगे बढ़ाते हुए हाल ही में पांच नए स्टेशन जोड़े गए है जिससे देश भर में वाई-फाई सक्षम रेलवे स्टेशनों की संख्या 15 हो गई है।
परियोजना का विवरण
- सितंबर 2015 में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई द्वारा इस परियोजना की घोषणा की गई थी, जब प्रधानमंत्री मोदी ने माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में कंपनी का दौरा किया था।
- उन्होने यह घोषणा की थी कि भारत में रेल यात्री 2019 तक 400 से अधिक स्टेशनों पर मुफ्त और हाई-स्पीड वाई-फाई का उपयोग कर पायेंगे।
- प्रारंभिक चरण में, 2016 के अंत तक परियोजना को 100 स्टेशनों पर चालू करना था।
- इस परियोजना की शुरूआत रेलटेल कॉर्पोरेशन के सहयोग से की गई थी।
- यह कहा गया है कि इस सेवा के शुरू होने से, रेलवे स्टेशनों पर 10 मिलियन भारतीय इंटरनेट सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
- यह देश में सबसे बड़ा सार्वजनिक वाई-फाई प्रोजेक्ट माना जायेगा और यदि संभावित उपयोगकर्ताओं की संख्या गिनी जाये तो यह दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना होगी।
रेलटेल का विवरण
रेलटेल, भारतीय रेल का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू) है जो रेलवायर और टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी इंटरनेट सेवाएं प्रदान करता है। रेलटेल ने भारत में रेलवे पटरियों पर ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क बिछाने का दायित्व लिया है। इसने पूरे भारत में 45,000 किलोमीटर ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क बिछाने का लक्ष्य रखा है। वाई-फाई कनेक्टिविटी के लिए गूगल द्वारा नेटवर्क का उपयोग किया जायेगा। नेटवर्क को उच्च उपयोग करने के लिए और एक बड़ी दूरी में इस्तेमाल करने के योग्य बनाया जा रहा है। परियोजना के अनुसार, गूगल वायरलेस एरिया नेटवर्क (डब्ल्यूएएन) तथा रेलवे स्टेशनो पर एक्सेस पॉइंट्स प्रदान करता है और रेलटेल आईएसपी के रूप में कार्य करता है।
भारत में अभी तक वाई-फाई युक्त स्टेशन
पहला स्टेशन: भारत का पहला मुफ्त वाई-फाई प्राप्त करने वाला स्टेशन मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन है। यहाँ इस सेवा का शुभाआरंभ जनवरी 2016 में हुआ था।
स्टेशन में वाई-फाई सेवा का सार्थक उपयोग करने की सूचना मिली है और हर हफ्ते 2.5 लाख से अधिक लोग इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं। इस सफलता दर को देख कर गूगल ने इस परियोजना को कुछ और मुंबई स्टेशनों जैसे बांद्रा टर्मिनस, चर्चगेट, दादर, ठाणे, कल्याण, पनवेल, वाशी, कुर्ला, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, बोरीवली को कवर करने के लिए विस्तारित योजना बनाई है।
अप्रैल 2016 में नौ स्टेशनों को जोड़ा गया
दूसरे चरण में अप्रैल 2016 में मुफ्त वाई-फाई सेवाओं का शुभारंभ नौ रेलवे स्टेशनों में हुआ। वे स्टेशन अग्रलिखित हैं:
- भुवनेश्वर
- भोपाल स्टेशन
- एर्नाकुलम जंक्शन (कोची)
- द शेगुडा (हैदराबाद)
- पुणे
- रांची
- रायपुर
- विजयवाड़ा
- विशाखापट्टनम
पांच स्टेशनों को मई 2016 में वाई-फाई कनेक्टिविटी मिली, वे इसमें शामिल हैं
- जयपुर
- उज्जैन
- पटना
- गुवाहाटी
- इलाहाबाद
रेलवे स्टेशनों में वाई-फाई कैसे इस्तेमाल करें?
- अपने स्मार्ट फोन पर वाई-फाई सेटिंग्स पर जाएं।
- रेलवेयर नेटवर्क का चयन करें।
- अपना मोबाइल ब्राउज़र खोलें।
- co.in पर लॉग ऑन करें।
- वाई-फ़ाई लॉगिन स्क्रीन पर अपना फोन नंबर दर्ज करें, और फिर “SMS प्राप्त करें”।
- आपको अपने फोन में एसएमएस के जरिए एक 4-डिजिट वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) कोड प्राप्त होता है।
- वाई-फाई लॉगिन स्क्रीन पर कोड दर्ज करें।
- संपन्न पर क्लिक करें।
- आप अपनी स्क्रीन पर एक चेकमार्क देखेंगे, जिसका अर्थ है कि आप निःशुल्क वाई-फाई से कनेक्ट हैं।
क्या सेवा हमेशा मुफ़्त होगी?
प्रोजेक्ट से अभी तक यह पता नहीं चला है कि वाई-फाई का उपयोग करने के लिए शुल्क नहीं लिया जाएगा। अन्य सार्वजनिक स्थानों जैसे हवाई अड्डों, होटल, जहाँ फ्री वाई-फाई है, वहाँ एक सीमित समय अवधि के लिए इंटरनेट एक्सेस मुफ़्त है और फिर उपयोग के अनुसार शुल्क लगाया जाता है। अब तक गूगल ने नि:शुल्क सेवा की घोषणा की है। गूगल आशा करता है कि परियोजना अभी स्व-स्थायी होगी। अभी, समय की यह मांग है की इस परियोजना को चलाया जाए और आगे बढ़ाया जाए । बाद में, यह विब्भिन राजस्व मॉडल खोज लेगा।