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ई-बाइक क्रांति भारत में सफर करने का तरीका बदल देगी?

November 12, 2016


भारत में ई-बाइक क्रांति सफर करने का तरीका बदल देगी

भारत में ई-बाइक क्रांति सफर करने का तरीका बदल देगी

चेन्नई स्थित स्टार्ट-अप वोल्टा मोटर्स ने हाल ही में वोल्टा जैप लॉन्च की है। दावा किया जा रहा है कि यह भारत की पहली ‘क्रॉसओवर’ ई-बाइक है। जिसे पूरी तरह से भारत में ही डिजाइन किया गया है और बनाया भी है। यह ई-बाइक सफर करने के इको-फ्रेंडली विकल्प के तौर पर सामने आई है। इसका इस्तेमाल मोपेड या बाइक के तौर पर भी किया जा सकता है।

वोल्टा जैप एक स्टार्ट अप है, जो औद्योगिकी नीति और प्रोत्साहन विभाग (डीआईपीपी) की पहल मेक इन इंडिया के तहत शुरू किया गया है। यह देश में सफर करने के तौर-तरीके बदलना चाहता है।

ई-बाइक यात्रा के तीन विकल्प देती है। सिर्फ पेडल, पेडल सहायता और सिर्फ इलेक्ट्रिक। यानी यदि आपको सिर्फ पेडल मारने हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं। यदि आपको पेडल मारने में मदद चाहिए तो यह विकल्प भी रहेगा। लेकिन यदि आपको पेडल नहीं मारने हैं तो आप सिर्फ इलेक्ट्रिक माध्यम चुनकर कहीं भी आ –जा सकते हैं। वोल्टा जैप को ताकत लिथियम बैटरी टेक्नोलॉजी से मिलती है, जो एक बार चार्ज करने पर अधिकतम 60 किलोमीटर की यात्रा करा सकती है।

लेकिन यह बात भी गौर करने वाली है कि वोल्टा जैप भारत में सफर करने के तरीके बदलने का दावा करने वाली पहली कंपनी नहीं है। फिर भी बैटरी की ताकत से चलने वाली इन बाइक्स से भविष्य में आपके सफर करने का तरीका निश्चित बदल जाएगा।
यदि कम दूरी तक जाना है तो कार छोड़िए और हाई-टेक ई-बाइक्स का इस्तेमाल कीजिए

यहां हर कोई ‘सबसे पहले’ का नारा लगाते हुए प्रचार पाना चाहता है। वोल्टा मोटर्स का दावा है कि वोल्टा जैप भारत की पहली क्रॉसओवर ई-बाइक है। देश की पहली ई-टू व्हीलर एथर एस340 है, जिसे भारत का पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर भी कहा जाता है। उसे दो आईआईटीयंस ने मिलकर बनाया था।

एथर एस340

एथर एस340 एक स्कूटर है, जो लिथियम आयन बैटरी की ताकत से चलती है। फुल चार्ज करने पर 60 किमी का सफर भी कराता है। बैटरी की क्षमता 42.4 एएच/2.2 केडब्ल्यूएचआर है। यह एक घंटे में 90 प्रतिशत तक चार्ज हो जाती है। इसका जीवनकाल करीब 50,000 किलोमीटर है। अधिकतम टॉर्क आउटपुट है 14 एनएम। 12.11 सेकंड्स में यह स्कूटर शून्य से 60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।

एथर एस340 का डिजाइन नियमित ट्रैफिक में यात्रा करने के लिए बनाया गया था। इस पर दो लोग आसानी से बैठ सकते हैं। इसे वैकल्पिक नियमित जीवाश्म ईंधन से चलने वाले टू-व्हीलर्स का एक इको-फ्रेंडली विकल्प माना जाता है।

हलीक्कल ई-बाइक्स

कोयम्बटूर में बनने वाली हलीक्कल रेंज की ई-बाइक्स अलग-अलग श्रेणियों के राइडर्स के लिए हैं। यह लड़के-लड़कियों और बच्चों के साथ-साथ माउंटेन बाइक्स के लिए ई-बाइक्स उपलब्ध कराती है। साथ ही नियमित सफर करने के लिए भी मॉडल्स उपलब्ध हैं।

हलीक्कल रेंज में एक लिथियम आयन बैटरी लगी है, जो फुल चार्ज में अधिकतम 25-30 किलोमीटर का सफर करा सकती है। 90 प्रतिशत रिचार्ज डेढ़ घंटे में हो जाता है। इसमें अधिकतम 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफर किया जा सकता है।

वोल्टा जैप की ही तरह हलीक्कल को भी बाइक के तौर पर डिजाइन किया गया है, जिनका इस्तेमाल हल्की-फुल्की यात्राओं में नियमित बाइक के तौर पर किया जा सके। विशेषताओं की बात करें तो वोल्टा जैप हर स्तर पर हलीक्कल को मात देती है। कीमत दोनों का ही तकरीबन एक समान ही है। जबकि एथर एस340 थोड़ी महंगी होने के साथ ही पूरी तरह से अलग श्रेणी में है। उसकी तुलना वोल्टा जैप, हलीक्कल या स्पेरो से की ही नहीं जा सकती।

स्पेरो

स्पोरा- भारत की पहली ई-बाइक है, जिसे तमिलनाडु के मिलटेक्स इंजीनियर्स ने क्राउड फंडिंग के जरिए डिजाइन किया है। यह बाइक अगस्त 2016 में लॉन्च की गई है। साइकल प्रेमियों ने इसमें खासी रुचि दिखाई है।

स्पेरो में 5-स्पीड गियरबॉक्स है। इसमें डिजिटल शिफ्टर के साथ ही क्रूज कंट्रोल के लिए एक विकल्प भी दिया गया है। इस बाइक की विशेषता है- 48 वोल्ट लिथियम आयन बैटरी जो 6 घंटे में 80 प्रतिशत तक चार्ज होती है। वह भी बिजली के नियमत सॉकेट से।
स्पेरो तीन मॉडल्स में उपलब्ध है। 30 किमी, 60 किमी और 100 किमी रेंज ऑप्शन के साथ। ज्यादातर सामान कोरिया से मंगाया गया है। वोल्टा जैप और हलीक्कल के मुकाबले कीमतों में ज्यादा अंतर नहीं है।

वोल्टा जैप का वादा एक बार चार्ज करो और 60 किमी चलाओ 

इस समय, कंपनी ने अपने प्रोडक्ट के बारे में सीमित जानकारी सार्वजनिक की है। औपचारिक लॉन्च का इंतजार हो रहा है। अब तक उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर वोल्टा जैप की विशेषताओं पर हमारा आकलन निम्नानुसार हैं-

बैटरीः बैटरी मॉड्यूल बॉक्स फ्रेम में बेहद सलीके से जोड़ा गया है। बाइक के निचले हिस्से में यह फिट बैठता है। इससे इसमें से गैरजरूरी होरिजोंटल बार हट गई है। हालांकि अन्य बाइक्स में यह अब भी दिखाई देती है। वोल्टा मोटर्स का दावा है कि जैप में आधुनिक लिथियम बैटरी का इस्तेमाल किया गया है। इसकी बैटरी भारतीय बाजार में उपलब्ध किसी भी ई-बाइक के मुकाबले 8 गुना ज्यादा चलेगी।

वोल्टा जैप को जल्दी चार्ज करने के लिए आसानी से हटाया जा सकने वाला बैटरी मॉड्यूल लगाया गया है। इस बैटरी मॉड्यूल को किसी भी पांच एम्पीयर चार्जिंग पॉइंट से चार्ज किया जा सकता है। इसका वजन भी महज 3 किलो है। बैटरी मॉड्यूल का इस्तेमाल मोबाइल फोन, लैपटॉप्स और टैबलेट्स के लिए इमरजेंसी पावरबैंक के तौर पर भी किया जा सकता है। इससे लंबी अवधि तक सड़क पर रहने वालों को एक अच्छा विकल्प मिल गया है।

इस बाइक की रनिंग कास्ट या चलाने की लागत 0.07 पैसा प्रति किलोमीटर है।

पेडल असिस्टः इस फीचर में राइडर को इलेक्ट्रिक पावर के साथ-साथ पेडल मारने का विकल्प चुनने की आजादी है। हर सिंगल पेडल रोटेशन से साइकल का पहिया तीन बार घूम जाएगा। इससे ई-बाइक की रेंज बढ़ेगी और कम से कम बॉडी एनर्जी का इस्तेमाल होगा।
लाइट्सः वोल्टा जैप में फ्रंट एलईडी लाइट्स लगे हैं। राइडर सीट के पीछे रिफ्लेक्टर लाइट भी लगी है।

ब्रेकः वोल्टा जैप में फ्रंट डिस्क ब्रेक लगे हैं, जो इसे रोकना आसान बनाते हैं।

डिजिटल डिस्प्लेः ई-बाइक में डिजिटल डिस्प्ले भी दिया है, जिसे स्मार्टफोन के साथ जोड़ा गयाहै। वोल्टा से जुड़े अन्य एप्स के जरिए आप बाइक पर रहते हुए जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस फीचर की बारीकियों का पता अभी नहीं चला है।

धारणा बनाम प्रदर्शन

ई-बाइक्स खरीदने के इच्छुक यह स्पष्ट कर लें कि उन्हें क्या चाहिए। यदि उनकी प्रमुख जरूरत शहरी परिस्थितियों में लागत को कम रखते हुए यात्रा करने की है, उनके पास रिचार्ज के पर्याप्त विकल्प मौजूद हैं और इको-फ्रेंडली बने रहना है तो एथर एस340 एक बेहतरीन विकल्प होगा। इसमें स्कूटर पर किसी ओर को पीछे बिठाकर चलाने की ताकत भी है।

लेकिन यदि आप शौक के लिए एक साइकिल तलाश रहे हैं, जिसमें इलेक्ट्रिक विकल्प भी हो और एक ही व्यक्ति के लिए पॉइंट-टू-पॉइंट सफर करना चाहते हैं तो वोल्टा जैप एक अच्छा विकल्प साबित होगा। हर एक को यह ध्यान में रखना होगा कि साइकिल एक साइकिल ही होगी, उसे टू व्हील मोटर राइड नहीं बना सकते।

यदि आपका मुख्य ध्यान खर्च पर है और आपको रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए वाहन चाहिए तो ई-स्कूटर एक अच्छा विकल्प है। लेकिन यदि आप साइकिल के दीवाने हैं तो ई-ऑप्शन लेकर बाइकिंग के अपने अनुभव को और बेहतरीन बना सकते हैं। फिर एक ई-बाइक आपके लिए है।

ऐसे में कुछ भी खरीदने से पहले यह जानना और समझना बेहद जरूरी है कि आपकी जरूरतें क्या है और आप क्या तलाश रहे हैं।

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