Home / Government / स्मार्ट शहरों में लागू की जाने वाली महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी

स्मार्ट शहरों में लागू की जाने वाली महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी

July 10, 2017


Key-Technologies-in-future-smart-cities-hindi2015 में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लॉन्च की गई स्मार्ट सिटी मिशन की प्रक्रिया काफी अच्छी तरह से चल रही है, साथ ही इससे पहले शहरी नवीनीकरण और रेट्राफिटिंग कार्यक्रम के लिए 90 शहरों का चयन किया गया है। स्मार्ट सिटी मिशन का लक्ष्य नागरिकों के लिए ज्यादा अनुकूल और टिकाऊ स्मार्ट शहरों में 100 शहरों और कस्बों (बड़े शहरों पर आश्रित) को विकसित करना है। इस पाँच साल के कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के अलावा, सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हिस्सा ले रहे हैं। भारत सरकार स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत विकसित किए जाने वाले 90 शहरों के विकास में 1,91,155 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।

भारत में स्मार्ट शहरों को सभी हिस्सों में कुछ महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के साथ विकसित किया जाएगा, जो इन शहरों को बाकी शहरों से अद्वितीय बनाएगा। चलिए देखते हैं कि स्मार्ट शहरों को बनाने के लिए किन तकनीकियों को लागू किया जा रहा है।

एल.ई.डी. लाईट्स

स्मार्ट सिटी को विकसित करने की दिशा में पहला कदम, लाइट इमेटिंग डायोड (एलईडी) प्रौद्योगिकी का एक बदलाव के रूप में प्रयोग करना होगा, जो ऊर्जा में दक्ष है और पर्यावरण पर तनाव को कम करता है। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत सभी स्ट्रीट लाइट्स,  पेलिकन क्रॉसिंग,  सीसीटीवी कैमरे,  स्ट्रीट फर्नीचर,  वाई-फाई नेटवर्क और पर्यावरण सेंसर को एलईडी लाइट द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा। एलईडी बल्ब सीओ 2 के उत्सर्जन में 50-70 प्रतिशत तक कटौती कर सकते हैं एवं स्मार्ट नियंत्रणों के साथ मिलकर ऊर्जा के उपयोग को 80 प्रतिशत तक बचा सकते हैं।

रूफटॉप सोलर पैनल्स

पर्यावरण की स्थिति को देखते हुए, अक्षय ऊर्जा का उपयोग निश्चित रूप से वर्तमान समय की मांग है, जिसने पर्यावरण को ग्लोबल वार्मिंग का परिणाम दिया है। अनिवार्य रूप से भारत कम जीवाश्म ईंधन का उपयोग करता है और प्रकृति आधारित स्वच्छ और अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर निर्भर करता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, स्मार्ट शहरों को प्राकृतिक ऊर्जा की विभिन्न क्षमताओं वाले रूफटॉप सौर पैनल्स से सुसज्जित किया जाएगा।

पूरी तरह से यंत्रीकृत कचरा प्रबंधन

भारत ने हमेशा से खराब कचरा प्रबंधन के मुद्दे का सामना किया है जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ जल निकायों का प्रदूषण भी हो रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, स्मार्ट शहरों में कचरे का एक पूर्ण रूप से मशीनीकृत संग्रह, ढुलाई और अपवहन होगा। ठोस कचरा प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाया जाएगा, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (आरएफआईडी) सिस्टम के साथ टैग किए जाने वाले स्टेनलेस स्टील कचरे के डिब्बे स्थापित किए जाएगे और इस प्रकार जीईओ सक्षम होगा। इस प्रकार कचरे के डिब्बे के भरण स्तर को जाँचने के लिए वास्तविक समय कचरा प्रबंधन तन्त्र होगा। स्मार्ट शहरों में शून्य कचरा कालोनियां भी होगी।

पार्किंग बुक करने के लिए स्मार्टफोन ऐप

समय की बर्बादी और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एक स्मार्ट पार्किंग प्रबंधन प्रणाली बहुत आवश्यक है। स्मार्ट शहर के नागरिक स्मार्टफोन में ऐप का लाभ उठा सकते हैं, यह ऐप अग्रिम रूप से एक पार्किंग स्लॉट की बुकिंग के लिए काम करेगा।

डिजिटल पुस्तकालय

भारत में वित्त पोषण की कमी के कारण सार्वजनिक पुस्तकालयों में गिरावट आई है। यह तथ्य ध्यान में रखते हुए, स्मार्ट लाइब्रेरी  के माध्यम से स्मार्ट सिटी को सबसे महत्वपूर्ण उम्मीद वाले समाज को शिक्षित समाज में बदलने की क्षमता होगी। स्मार्ट शहरों के स्कूलों को 3 डी प्रिंटिंग प्रयोगशालाएं के साथ डिजिटल लाइब्रेरी से लैस किया जाएगा।

स्मार्ट शौचालय

भारत को हमेशा से सार्वजनिक शौचालयों की कमी के कारण अपर्याप्त सार्वजनिक स्वच्छता के अभाव का सामना करना पड़ा है, जिससे बड़े पैमाने पर सार्वजनिक पेशाबघर और खुले शौचालय उत्पन्न हो गए है। स्मार्ट शहरों को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे स्वयं-सफाई वाले स्मार्ट शौचालयों से सुसज्जित होंगे, जिसमें वाटर एटीएम,  वेंडिंग मशीन और सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन भी शामिल होंगे।

वाटर एटीएम

स्मार्ट शहर वाटर एटीएम से सुसज्जित होंगे। वाटर एटीएम स्वचालित जल वितरण इकाईयाँ हैं। यह एक मजबूत और छेड़छाड़ विरोधी ढाँचे के साथ सौर ऊर्जा से संचालित होते हैं और साथ ही लोगों (समुदायों) को प्रत्येक दिन 24 घण्टे (24/7) सुरक्षित जल प्रदान करने में सक्षम होंगे।

अन्य विशेषताएं

स्मार्ट शहरों में और भी निम्नलिखित विशेषताएं होंगी:

  • स्मार्ट शहरों में मिनी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) होगें।
  • फाइटोरिड एसटीपी स्थापित किया जाएगा जिसमें एक निर्मित आर्द्रभूमि विशेष रूप से नगरपालिका, शहरी, कृषि और औद्योगिक अपशिष्ट जल के उपचार के लिए तैयार की जाएगी।
  • वाई-फाई के साथ टचस्क्रीन सुविधा वाले इंटरैक्टिव डिजिटल पैनल उपलब्ध होंगे।

नरेंद्र मोदी द्वारा की गई अन्य योजनाएं

अटल पेंशन योजना (एपीवाई)

सुकन्या समृद्धि योजना

प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना

पढ़े भारत बढ़े भारत योजना

2014 में मोदी द्वारा किये गए टॉप पांच कार्यक्रम

प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना

मुद्रा बैंक : प्रधान मंत्री मुद्रा योजना