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Category Archives: Imo

2018 में सबसे ज्यादा क्यों सर्च किए गए शॉकर्स?

एक इंसान होने के नाते हम लोग हमेशा यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि दूसरों की जिंदगी में क्या चल रहा है, वे क्या कर रहे हैं, उनके साथ आगे क्या हो रहा है और भी इसी तरह की दूसरी कई बातें। हम लोग सोशल मीडिया प्रेमी हैं, हम लोग कुछ लोगों के बारे में गूगल से जानने के लिए उत्सुक रहते हैं, यह एक अलग बात है। इस साल, नतीजे अजीब हैं, [...]

कांग्रेस और 1984 कब मिलेगा न्याय?

17 दिसंबर 2018 के दिन लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे। इस तारीख में इतना खास क्या है? कोई भी पूछ सकता है। खैर, बहुत सारे लोग इसे बिडंवनाओं या मुकाबले का दिन कहते हैं। यह वह दिन था जब कांग्रेस के चुने गए सदस्य तीन प्रमुख राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के रूप में शपथ ग्रहण कर रहे थे। यह वह दिन भी था जब दिल्ली उच्च न्यायालय के बेंच [...]

मोदी बनाम राहुल गांधी

चार साल पहले, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लोकसभा चुनावों में जबरदस्त जीत के साथ सत्ता में आई थी। गुजरात से लेकर संसद रोड नई दिल्ली के मार्गों पर “मोदी लहर” रुकने का नाम नहीं ले रही थी। जैसा कि वे कहते हैं कि सत्ता का पतन और उदय हर समय होता रहता है, इसलिए भाजपा के उदय के साथ एक अन्य पार्टी – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पतन हो गया था। सत्ता में रहने के [...]

जाति में क्या है? हमारे नेताओं से पूछिए! 

ब्रेड और मक्खन की तरह राजनीति और जाति भी साथ-साथ चलती है। हमारे “धर्मनिरपेक्ष” राष्ट्र की स्थापना के बाद से हमारी राजनीति धर्म के नाम पर ही चल रही है और आने वाले दशकों तक ऐसे ही चलती रहेगी। हालांकि, जैसा कि 2019 के लोकसभा चुनाव करीब हैं, जाति आधारित राजनीति की एक नई लहर भारत में दौड़ने लगी है। आपको लगता होगा कि विधानसभा चुनावों के साथ हमारी राजनीतिक पार्टियां घोषणा पत्र की खामियों [...]

नॉर्थ सेंटिनल द्वीप की जनजाति: एक राय

नवंबर 2018 को नॉर्थ सेंटिनल द्वीप अंडमान और निकोबार में आदिवासियों ने एक 27 साल के अमेरिकी नागरिक जॉन ऐलन चाऊ की हत्या कर दी थी। लगभग 15 दिन बाद 30 नवंबर को अधिकारियों को जटिलताओं के चलते अभी तक चाऊ का मृत शरीर बरामद नहीं हुआ है। यात्री के लिए दुख के बीच उन लोगों, अर्थात् सेंटिनलीज जनजाति, के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है, जिन्होंने उसकी ‘हत्या’ कर दी। अन्य [...]

जानिए करतारपुर कॉरिडोर के बारे में

रावी नदी के पास स्थित करतारपुर साहिब, पंजाब (भारत) के गुरदासपुर में डेरा साहिब रेलवे स्‍टेशन से चार किलोमीटर दूर है। यह शानदार सफेद इमारत सिख समुदाय के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। 26 नवंबर 2018 को करतारपुर कॉरिडोर को चिन्हित करते हुए गुरदासपुर में नींव का पत्थर रखा गया। दो दिन बाद 28 नवंबर को, पाकिस्तान द्वारा सीमा के दूसरी तरफ नींव का पत्थर डालने को अंतिम रूप देने के लिए, निर्धारित [...]

राफेल डील: राजनीतिक जंग

समाचार पत्रों और मीडिया चैनलों पर छाया रहा राफेल डील मामला – भारत के सबसे बड़े विवादों में से एक है। कांग्रेस, प्रधानमंत्री मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने की कोई कसर नहीं छोड़ रही और इसने दावा करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने उद्योगपति अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को अनुचित प्रकार से डेसॉल्ट का ऑफसेट पार्टनर बनाया है। अनिश्चित विवरण से अनजान? राजनीतिक लड़ाई और उसके बारे में संपूर्ण जानकारी [...]

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जिम्मेदार पत्रकारिता क्या है?

“मेरा मानना है कि अच्छी पत्रकारिता, अच्छा टेलीविजन, हमारी दुनिया में एक बेहतर जगह बना सकते हैं।” -क्रिस्टियन अमानपुर यह वास्तव में सच है। हमारे सर्वोच्च न्यायालय के शब्दों में, “असंतोष हमारे लोकतंत्र का सुरक्षा वाल्व है”। और जो हमारे पत्रकारों की तुलना में अप्रिय सत्य बोलने, जिसमें कभी विवाद न हो, की अधिक शक्ति रखता है। दरअसल, अच्छी पत्रकारिता दुनिया को अधिक बेहतर और निष्पक्ष दुनिया बनाती है। हालांकि, जितना आवश्यक अच्छी पत्रकारिता को [...]

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सुप्रीम कोर्ट का फैसलाः कार्यान्वयन की कमी या दोषपूर्ण मानसिकता?

कोई भी स्थित हो फिर भी ऐसा नहीं है और न हो सकता है कि हम कानून और न्यायपालिका का सम्मान न करें। अदालतों का उल्लंघन करना अस्वीकार्य है, आलोचना की अनुमति है लेकिन उल्लंघन की नहीं। यह हमारे लोकतंत्र के आधार को हिलाकर रख देता है। –रियूवेन रिवलिन रिवलिन ने इस बात का जिक्र इज़राइल को अपने जहन में रखते हुए किया होगा, लेकिन यह भारतीय परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण है। 28 जनवरी 1950 [...]

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बाघिन अवनि को मार दिया गया : क्या यह न्यायोचित है?

2 नवंबर को, 2 महीने की तलाश के बाद, बाघिन अवनि को महाराष्ट्र के जंगल में घेर कर मार दिया गया। 6 साल की बाघिन, जो आधिकारिक तौर पर टी-1 के नाम से जानी जाती थी, के दो 10 महीने के बच्चे अनाथ हो गए। नरभच्छी होने के बाद दुनिया भर से लोग इसके विरोध में खड़े हो गए थे। जबकि वन विभाग की टीम और कुछ कार्यकर्ता अवनि को बचाना चाहते थे। अब, उसकी [...]

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