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एक सर्वेक्षण में पता चला – भारतीयों पर चढ़ रहा है मोबाइल का जुनून

June 3, 2017


Mobile-Obsession-in-India-hindiक्या वास्तव में, भारतीयों पर मोबाइल का जुनून चढ़ रहा हैं? अगर “कलेनर पर्किन्स काफ़ील्ड बेयर्स की इंटरनेट ट्रेंड्स” रिपोर्ट 2017 के माध्यम से पता लगाया जाए, तो निश्चित रूप से इसका जबाब हाँ होगा। रिपोर्ट में कहा गया है, कि भारत में मोबाइल फोन का उत्पाद कई गुना तक बढ़ रहा है। भारत इंटरनेट के उपयोग में चीन से पीछे है। जून 2016 तक,  भारत में 355 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता थे और मार्च 2017 में 277 मिलियन ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हो गए हैं। वास्तव में, एक सर्वेक्षण में पता चला – भारतीयों पर चढ़ रहा है मोबाइल का जुनून, इंटरनेट युवाओं के लिए एक उत्साह है, क्योंकि रिपोर्ट में कहा गया है कि 72% इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की आयु 35 वर्ष से कम है। मोबाइल फोन इंटरनेट की वृद्धि में एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है। यह भी अनुमान लगाया गया है कि मोबाइल फोन देश के लगभग 80 प्रतिशत वेब ट्रैफिक में योगदान करते हैं। इस तथ्य के बावजूद, कि देश में आबादी का सिर्फ 27 प्रतिशत हिस्सा ही इंटरनेट का प्रयोग कर रहा है, फिर भी इंटरनेट में एक बड़ी वृद्धि देखी जा रही है।

स्मार्टफोन और इंटरनेट डेटा की गिरती कीमतों के कारण आज आम आदमी के लिए इन दोनों का इस्तेमाल करना आसान हो गया है। आज लोग इंटरनेट पर अधिक समय बिता रहे हैं। अतिरिक्त समय यात्रा या घर पर, विभिन्न साइटों पर ब्राउज़िंग करके बिताया जाता है।

स्मार्टफोन सुविधाजनक हो रहे हैं

पिछले वर्षों की तुलना में, आज स्मार्टफ़ोन अधिक सस्ते हो गए हैं। एक समय था, हालांकि बहुत पहले नहीं, जब स्मार्ट फोन को अमीर लोगों के खिलौने के रूप में माना जाता था। स्मार्टफोन बेहद मूल्यवान थे और आम आदमी की पहुँच से दूर थे। हालांकि, चीन द्वारा सस्ते स्मार्टफोन को लाँच करने के बाद, स्मार्टफोन की लागत कम हो गई और आम आदमी के लिए, यह अधिक किफायती हो गया। वर्ष 2014 और 2017 के बीच, चीन की मोबाइल कंपनियों ने भारत में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। इन वर्षों में, चीन ने ओप्पो, लेनोवो,  विवो,  जिओमी रेडमी जैसे इत्यादि उच्च गुणवत्ता वाले मोबाइलों को लाँच किया है। वास्तव में,  चीनी कम्पनियाँ, भारत में 50 प्रतिशत से अधिक स्मार्टफोन की बिक्री करतीं हैं। लावा, जिओ और माइक्रोमैक्स जैसी कई भारतीय कंपनियां भी सस्ती 4 जी फीचर्स वाले फोन के लिए,एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।

सस्ती डाटा दरें

कुछ वर्षों से,  इंटरनेट डेटा की दरों में गिरावट आई है, जिसने आम आदमी इसकी पहुँच में आया है। रिलायंस जिओ के लाइफ ब्राँड्डेड फोन ने स्मार्टफोन बाजार की प्रतिस्पर्धा में वृद्धि की, जिससे लोगों के लिए, मोबाइल को ज्यादा किफायती बना दिया। जिओ ने इंटरनेट दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, यह अनुमान लगाया गया है, कि लोग अभी भी इंटरनेट पर औसतन करीब 21 रुपये खर्च कर रहे हैं। रिलायंस जियो,  वोडाफोन, आइडिया और एयरटेल के आ जाने से भी डाटा दरों में कटौती हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार,  मार्च 2017 में आंकड़ों का औसत मूल्य घटकर 20 फीसदी तक पहुँच गया है।

एंटरटेनमेंट ऐप और सोशल नेटवर्क पर अधिक समय खर्च करना

भारतीय अपने मोबाइल चलाने में काफी समय व्यतीत कर रहे हैं, जो की प्रति सप्ताह 28 घंटे है। वास्तव में, जब इंटरनेट पर समय व्यतीत करने की बात आती है, तो भारतीय – मैक्सिको, ब्राजीलियाई लोगों और यहाँ तक कि अमेरिकियों की तुलना में बहुत आगे निकल चुके हैं। इस गतिविधि पर खर्च किए गए 45 प्रतिशत समय के साथ, मोबाइल पर मनोरंजन भारतीयों के लिए सबसे पसंदीदा गतिविधि है। दूसरे स्थान पर खोज, सामाजिक और संदेश, जो कुछ समय के लिए 34 प्रतिशत पर रहा है, हालांकि समाचार और मीडिया जैसी गतिविधि पर अपने समय का सिर्फ 2 प्रतिशत खर्च करने वाले भारतीयों के साथ खराब प्रदर्शन किया है। व्हाट्सएप देश में सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाला ऐप है,  इसके बाद फेसबुक मेसेंजर, शेयरइट और ट्रयूकॉलर तीसरे और चौथे सबसे डाउनलोड किए गए ऐप्स हैं, जबकि फेसबुक पांचवें स्थान पर आता है। अन्य पांचवे ऐप्स के रूप में यूसी ब्राउसर,  मिक्स प्लेयर,  हॉटस्टार, जियो टीवी और फेसबुक लाइट हैं।

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