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स्वतंत्रता दिवस पर मोदी के भाषण के मुख्य अंश

August 16, 2016


स्वतंत्रता दिवस पर मोदी के भाषण के मुख्य अंश

स्वतंत्रता दिवस पर मोदी के भाषण के मुख्य अंश

70वें स्वतंत्रता दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से करीब डेढ़ घंटे का भाषण दिया। लाल किले की प्राचीर का अपना इतिहास है, जहां से हर साल प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हैं। अपने भाषण के दौरान मोदी ने अपनी तीन साल की सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। मुख्य रूप से इस अवधि में शुरू किए गए कार्यक्रमों और उनके भविष्य पर ही बात की। जीएसटी टैक्स सुधारों पर उन्होंने ज्यादा जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह टैक्स सुधार राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। इसके संसद में पारित होने के मुद्दे पर उन्होंने सभी पार्टियों को धन्यवाद दिया।

पाकिस्तान के संदर्भ में

मोदी ने अपने भाषण में पड़ोसी पाकिस्तान का जिक्र भी किया। पाकिस्तान ने एक दिन पहले ही अपना स्वतंत्रता दिवस मनायाथा। मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले जब तालिबान ने पेशावर के एक स्कूल पर हमला किया था तब पूरा भारत उदास था। दुखी था। पाकिस्तान में हुई घटना ने हर आयु और तबके के लोगों को आहत किया था। जबकि यही पाकिस्तान अब आतंकवाद को महिमामंडित करने में लगा है। उनका इशारा हाल ही में भारतीय सुरक्षा बलों के हाथों एनकाउंटर में मारे गए आतंकी बुरहान वानी को पाकिस्तान की सरकार की ओर से शहीद कहे जाने की ओर था।

विविधता में एकता

अपने भाषण के दौरान मोदी ने विविधता में एकता का जिक्र भी किया। एक ऐसी विशेषता जो भारत को दुनिया में खास दर्जा देती है। उन्होंने यह भी बताया कि यह भारत की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने अन्य लोगों को भी भी भारत की संस्कृति का अखंड हिस्सा बन चुकी परंपराओं का सम्मान करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान है। मोदी ने अपने भाषण में भारत के साथ विदेशों में रह रहे भारतीयों को भी इस मौके पर शुभकामनाएं दी।

उन लोगों को याद किया जो महत्व रखते हैं

अपने भाषण के दौरान मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी याद किया, जिन्होंने अपनी जान की कुर्बानी देकर भारत को ब्रिटिश शासन से आजाद कराने में अपना योगदान दिया। साथ ही बेहतर कल का रास्ता भी दिखाया। उन्होंने खास तौर पर महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल का जिक्र किया। प्रधान मंत्री ने इस बात को नहीं छिपाया कि देश के सामने कई तरह की परेशानियां हैं। उन्होंने यह भरोसा भी जताया कि हमारे देश में ताकत है कि वह इस तरह की चुनौतियों का सामना कर समस्याओं का समाधान कर सके।

सुशासन

उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि देश में रहने वाले हर नागरिक के कल्याण के लिए काम किए जाए। ऐसा करने के लिए लोगों को भी अनुशासित रहना होगा। समर्पण के लिए भी तैयार रहना होगा क्योंकि हो सकता है कि व्यापक हित उसी में हो।

सुराज

अपने भाषण के दौरान मोदी ने सुराज के सिद्धांत की बात की। उन्होंने कहा कि इस पर आम आदमी का विकास और तरक्की निर्भर करती है। इसका मतलब यह भी है कि सरकार आम आदमी की जरूरतों और आकांक्षाओं को समझती है और उनके प्रति संवेदनशील है। प्रधानमंत्री के मुताबिक उनकी सरकार जिम्मेदारी और जवाबदेही दोनों के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वे आयकर अधिकारियों के बारे मध्यम-वर्ग के लोगों के बनी भ्रांतियों को बदलना चाहते हैं।

प्रक्रियाओं में बदलाव

मोदी ने यह भी कहा कि वे भारत में प्रक्रियाओं को सरल बनाना चाहते हैं। इस संबंध में उन्होंने पासपोर्ट व्यवस्था का जिक्र किया। उन्होंने कहाकिदो करोड़ लोगों ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है। सरकार एक से दो हफ्ते में उन्हें पासपोर्ट देने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने किस तरह व्यापार के पंजीयन की प्रक्रिया को आसान किया है। इससे पहले व्यापार का पंजीयन छह महीने में होता था। हालांकि, अब सिर्फ जुलाई में ही 900 नए कारोबार दर्ज हुए हैं।

 

मोदी द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम:

भारत में सामाजिक सुरक्षा हेतु अटल पेंशन योजना (एपीवाय)

‘बेटी बचाओ, बेटी पदाओ योजना’

सुकन्या समृद्धि अकाउंटः भारत में लड़कियों के लिए नई योजना

प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाय)

भारत में सामाजिक सुरक्षा हेतु अटल पेंशन योजना (एपीवाय)

2014 में मोदी द्वारा किये गए टॉप पांच कार्यक्रम

प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाय) – एक दुर्घटना बीमा योजना

प्रधान मंत्री मुद्रा योजना