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ओडिशा में भारत का पहला ‘पशु ब्लड बैंक’

June 29, 2017


animal-blood-bank-hindiओडिशा में पशुओं के लिए देश का पहला ब्लड बैंक बनाया जाएगा। यह घोषणा उड़ीसा के कृषि एवं प्रौद्योगिकी (ओयूएटी) विश्वविद्यालय के कुलपति सुरेंद्र नाथ पशुपालक ने 27 जून 2017 को विश्वविद्यालय के परिसर में एक समारोह के दौरान की थी।

राज्य सरकार से विश्वविद्यालय ने कुछ महीने पहले राष्ट्रीय कृषि विकास कार्यक्रम (एनएडीपी) के तहत एक पशु रक्त बैंक स्थापित करने का प्रस्ताव रखा था। एनएडीपी इस परियोजना पर पहले से ही बढ़-चढ़ कर काम कर रही है और सरकार भी इस साल जुलाई के अंत तक परियोजना को मंजूरी दे देगी। सरकार से परियोजना की स्वीकृति मिलने के बाद शीघ्र ही बैंक के निर्माण कार्य के लिए धन का आवंटन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने परियोजना के बारे में बात करते हुए कहा कि उड़ीसा सरकार किसानों के समग्र विकास के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने और विकसित करने एवं किसानों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए अपने समकक्षों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि राज्य में लागू की गई अधिकांश नीतियाँ कृषि और किसानों पर केंद्रित हैं। इसलिए अधिक से अधिक किसान और पेशेवर कृषि क्षेत्र में काम करने के लिए राज्य सरकार में शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री के अनुसार, इससे राज्य के कृषि विकास को नया बढ़ावा मिलेगा।

ब्लड बैंक की अनुमानित लागत

इस परियोजना की अनुमानित लागत 3,25,000,00 रुपये है। यह परियोजना केंद्रीय प्रायोजित योजना राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के अंतर्गत आ जाएगी और परियोजना की लागत केंद्र और राज्य सरकार के बीच 60:40 अनुपात में साझा की जाएगी।

स्थान

ओयूएटी के पशु चिकित्सा क्लिनिकल शिक्षण कॉम्प्लेक्स में पशुओं के लिए ब्लड बैंक स्थापित करने की योजना है।

लाभ

  • किसान द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले पशु भी मनुष्य की तरह बैंक में रक्त प्रदान करेंगे।
  • विभिन्न केंद्रों से भी पशु रक्त एकत्र किया जाएगा।
  • गायों और अन्य गोजातीय पशुओं के लिए रक्त आधान सुविधाएं एक महान आशीर्वाद के रूप में आएंगी, क्योंकि प्रसव, सड़क दुर्घटनाओं और अन्य बीमारियों के दौरान रक्त क्षति के कारण इन पशुओं की मौतें हो जाती हैं।
  • पशु चिकित्सकों द्वारा रक्त बैंक में भंडारण की सुविधा पालतू पशुओं के जीवन को बचाने में मदद करेगी।

सारांश में

यह वास्तव में विशेष रूप से उड़ीसा में पशु प्रेमियों के लिए एक बहुत अच्छी खबर है, लेकिन इस तरह की पहल को अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए। पशु मालिकों के अनुसार प्रमुख शहरों और कस्बों के पास रक्त बैंक होने से पालतू पशु लापता होने की हालिया खबरें हैं। ग्रीष्म और वर्षा-ऋतु के समय में पशुओं में अरचिन्ड बुखार में वृद्धि के साथ ज्यादातर पशुओं में गंभीर रक्तहीनता की कमी हो जाती है। पशुओं को दुर्घटनाओं या चोट लगने के कारण रक्त आधान की आवश्यकता होती है। रक्त अभाव के कारण हर महीने कई पालतू कुत्ते और पालतू पशु, मालिकों के बीच रक्त दान के बारे में जागरूकता की कमी के कारण मर जाते हैं। पशुओं के प्रति गैर-सरकारी संगठनों का मानना ​​है कि भारत के विभिन्न हिस्सों में पशुओं के लिए रक्त बैंकों की स्थापना जरूरी आवश्यकताओं में से एक है। पशु चिकित्सकों ने यह सुझाव दिया है कि इतने लंबे समय से कोई पशु रक्त बैंक नहीं है, इसलिए दाता कार्ड पेश किया जाना चाहिए। जिससे स्वस्थ पालतू पशुओं का रक्तदान के लिए पंजीकरण किया जा सके और जब जरूरत हो, उसी समय उन्हें बुलाया जा सके। इसलिए पशुओं के लिए एक रक्त बैंक की स्थापना की तत्काल आवश्यकता है और अन्य सभी राज्यों को इस परियोजना में उनका साथ देना चाहिए।