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पद्मनाभापुरम पैलेस

May 26, 2017


padmanabhapuram-palace

पद्मनाभापुरम पैलेस

हाल ही में केरल की यात्रा मेरे लिए शायद यादगार रहेगी, मुझे केवल एक अफसोस है कि मै पद्मनाभपुरम पैलेस तक नही पहुँच पाया। इस पैलेस को देखने के लिए मुझे जीवन में एक बार मौका मिला और अफसोस कि वो दिन सोमवार था क्योंकि मंदिर सोमवार को बंद रहता है।

महल के बारे में जानकारीः यह तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में स्थित है।  यह नागरकोइल, तमिलनाडु और केरल के तिरुवनंतपुरम के करीब है। यह निश्चित है कि पद्मनाभापुरम किले में स्थित वेली हिल्स का निचला हिस्सा एक प्रचलित स्थान है।

यह महल 1601 सीई के आसपास तत्कालीन त्रावणकोर शासक, ईरावी वर्मा कुलशेखर पेरुमल द्वारा बनवाया गया था। इसका आधुनिकीकरण त्रावणकोर, अनीज़म थिरुनाल, मार्थान्द वर्मा द्वारा 1750 ई. के आसपास इस महल का पुनर्निर्माण करवाया गया था। यहाँ के राजा मार्थान्द वर्मा थे जिन्होंने अपने परिवार के देवता को राज्य समर्पित किया था। यह माना जाता है कि श्री पद्मनाभ को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। उन्होंने दास या “भगवान पद्मनाभ के सेवक” के रूप में राज्य पर शासन किया। इसलिए, इसका नाम पद्मनाभापुरम या  शाब्दिक रूप से “भगवान पद्मनाभ का शहर” हुआ।

महल की महिमा केरल की वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण है। मैंने आंतरिक भाग मे जो कुछ सुना है  उनमें गहन विस्तृत शीशम की नक्काशी हुई बेहद अच्छी मूर्तियाँ शामिल हैं। 17 वीं और 18 वीं सदी के भित्ति चित्रों के साथ ही महोगनी में एक म्यूजिकल धनुष मौजूद है।

यह स्थान ऐतिहासिक जिज्ञासुओं के लिए एक स्वर्ग है, जिसके पूरे कमरे चीनी व्यापारियों द्वारा प्रस्तुत चीनी जार, वास्तविक युद्ध में इस्तेमाल हथियार, पीतल के लैंप, प्राचीन पॉलिश किए हुए फर्नीचर और यहाँ तक कि एक पुरानी शैली के शौचालय इत्यादि तुच्छ चीजों से भरे हुए हैं। इसके अलावा, त्रावणकोर के शाही परिवार के बारे में ऐतिहासिक घटनाओं और तथ्यों को चित्रों की एक श्रृंखला द्वारा दर्शाया गया है। शाही परिवार के लिए महल में बनाए गए, एक गुप्त मार्ग के बारे में अफवाहें भी थीं जो कि महल से छुप कर निकलने के मार्ग के रूप में मौजूद थीं। इस महल मे डरावनी किन्तु आकर्षक वस्तुएँ मुझे यहाँ बार बार आने के लिए प्रेरित करती है।

स्थान: कन्याकुमारी जिला, पद्मनाभापुरम, तमिलनाडु 629175

खुलने का समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5 बजे तक

सोमवार और राष्ट्रीय अवकाश पर बंद।

प्रवेश टिकट:

भारतीय नागरिकों के लिए 25 रुपये

विदेशियों के लिए 200 रुपये