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दिल्ली एमसीडी चुनाव 2017 के महत्वपूर्ण मुद्दे

April 21, 2017


DELHI MCD ELECTION RESULTS 2017

23 अप्रैल 2017 को होने वाले दिल्ली के आगामी एमसीडी चुनाव इस महीने की एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और बारीकी से देखी जाने वाली राजनीतिक घटनाओं में से एक होने का दावा करती है। यहाँ 272 सीटों पर चुनाव होने हैं, यहाँ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस), आम आदमी पार्टी (एएपी) और नवगठित स्वराज भारत खुद को एक कठिन प्रतियोगिता में बंधे पाएंगे।

दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का विस्तार 1,484 वर्ग किलोमीटर का है और इसमें पांच नागरिक निकाय हैं – नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी), दिल्ली कैन्टोनमेंट बोर्ड (डीसीबी), पूर्वी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पश्चिमी दिल्ली नगर निगम। इनमें से अंतिम तीन नगर निगम 2012 तक दिल्ली नगर निगम का हिस्सा थे। ये भाग इन निकायों द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की दक्षता में सुधार के कारणवश किये गए थे। ये तीन क्षेत्र अब चुनाव में स्वतंत्र रूप से उतरेंगे। दिल्ली के इन तीन नगर निगमों  आबादी क्षेत्र 96 प्रतिशत का है तथा  ये चुनाव  राजधानी की जनता के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।अब हम उन प्रमुख मुद्दों पर विचार करेंगें, जो कि दिल्ली एमसीडी चुनावों में जनादेश तय करेंगे।

प्रदूषण और सफाई वायु प्रदूषण अब काफी समय से दिल्ली की समस्या बन गई है। शहर की वायु गुणवत्ता के चलते, दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। विभिन्न प्रदूषण नियंत्रक उपायों (दिल्ली सरकार की सम-विषम योजना सहित) के कार्यान्वयन के बावजूद स्थिति अस्थिर होती जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि स्वराज इंडिया पार्टी वचन बद्धताओं के पीछे अपनी पहली सफलता बनाने की कोशिश कर रही है, जो स्वच्छ, प्रदूषण रहित और पर्यावरण के अनुकूल दिल्ली को बनाने का वादा करती है। स्वराज इंडिया पार्टी ने शहर में धूल और प्रदूषित पदार्थों को नियंत्रित करने का वादा किया है, जिसमें शहर की सड़कों को स्वच्छ रखने, कचरे और प्लास्टिक के जलने पर आरोपण रखने, मच्छरों के प्रजनन से पैदा होने वाली वेक्टर ड्रोन बीमारी को नियंत्रित करने के लिए नालियों की सफाई तथा हरियाली की वृद्धि पर ध्यान दिया है।

अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता – प्रदूषण के अतिरिक्त, एक कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली की कमी दिल्ली की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक है। लगभग 25 लाख की आबादी होने के साथ, दिल्ली दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले शहरों में से एक है। शहर से प्रतिदिन 9,000 मीट्रिक टन कचरा निकलता है, जिनमें से केवल 40 प्रतिशत अनुपचारित होता है। ओखला, भालसवा और गाजीपुर जैसे अत्यधिक आबादी वाले इलाकों में खुले लैंडफिल, निवासियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए एक बड़ा खतरा है। इस चिंता का फायदा उठाते हुए, कांग्रेस ने निर्वाचित होने पर “मिशन जीरो लैंडफिल दिल्ली” को लागू करने का वादा किया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक बेहतर अपशिष्ट अलगाव और प्रबंधन प्रणाली को लागू करने का वादा किया है, जो बायोडिग्रेडेबल कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए अग्रणी है।

कर और सेवाएं – दिल्ली के एमसीडी चुनावों के लिए भाजपा के घोषणा पत्र में “पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त” नियमों के अलावा कई सेवाओं का वादा किया है। गरीब निवासियों के लिए छूट वाला भोजन प्रदान करने वाली योजना अम्मा कैंटीन तमिलनाडु में सफल रही है। हाल ही में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में इसी तरह की सुविधा का आरम्भ किया है। भाजपा ने कथित तौर पर दिल्ली शहर के गरीब निवासियों को 10 रुपये में भोजन देने का वादा किया है। घोषणा पत्र के अनुसार  दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना यह छूट वाला भोजन प्रदान करेगी। पार्टी ने यह भी वादा किया था कि मौजूदा चुनाव में कोई नया टैक्स या कोई भी वृद्धि लागू नहीं की जाएगी। इस बात की पुष्टि भाजपा ने आम आदमी पार्टी के आरोप के बाद की है।

भ्रष्टाचार मुक्त नागरिक निकाय – आम आदमी पार्टी ने यह वादा किया है कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल बहुमत से पुनः निर्वाचित हुए, तो पार्टी दिल्ली को लंदन जैसे एक विश्वस्तरीय शहर में बदल देगी। दिल्ली के एमसीडी चुनाव 2017 से पहले भ्रष्टाचार विरोधी एजेंडा, युवा और महिला मुद्दों पर आम आदमी पार्टी द्वारा उच्च प्रदर्शन की संभावना है। दिल्ली एमसीडी चुनाव सभी दलों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।