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राष्ट्रपति चुनाव परिणाम: रामनाथ कोविंद भारत के नए राष्ट्रपति

July 21, 2017


Presidential-Election-2017-1-hindiरामनाथ कोविंद को भारत के नए राष्ट्रपति पद के लिए चुना जाना निर्धारित किया गया है इससे पहले इन्होंने बिहार के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवा प्रदान की है। 17 जुलाई को यह चुनाव हुआ था और आज (20 जुलाई) सुबह 11 बजे से मतगणना शुरू हो गई है। चुनाव के परिणाम आज ही शाम 5 बजे आ जाएंगे। वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 25 जुलाई को अपना पद छोड़ देंगे। हालांकि इस संबंध में अभी तक एक औपचारिक घोषणा की गई है फिर भी पहले से ही कोविंद के घर कानपुर के नजदीक परौंख गांव में जश्न मनाना शुरू हो गया है। उनके समर्थक और शुभचिंतक पहले से ही ढोल नगाड़े बजाने लगे हैं और नाच गाने के साथ मिठाइयाँ बाँट रहे हैं। कोविंद को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है जिसकी भाजपा द्वारा अगुवाई की जाती है, यह एक प्रमुख कारक था जिसने उनके पक्ष में काम किया है।

वर्तमान की स्थिति

उम्मीद की जाती है कि जिस तरह से मतदान हुआ है, उसके अनुसार कोविंद को कम से कम 70% वोट मिलेंगे। इस चुनाव में लोकसभा में अधिकतर एनडीए के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे और साथ ही राज्यसभा से भी कोई अनुपस्थित नहीं हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस (आईएनसी) के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतारी गई उम्मीदवार मीरा कुमार पर कोविंद आसानी से जीत हासिल कर लेगें, कांग्रेस भाजपा की प्रमुख राजनीतिक विपक्षी पार्टी है। मीरा कुमार को 17 राजनीतिक पार्टियों का समर्थन प्राप्त है। जब यूपीए सरकार शीर्ष पर थी तब मीरा कुमार ने लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा प्रदान की थी

चुनाव से संबंधित कुछ तथ्य

उम्मीद की जा रही है कि सबसे पहले संसद की मतदान पेटी खोलकर मतगणना की जाएगी। इसके बाद राज्यों की मतगणना की जाएगी। वर्णमाला के आधार पर राज्यों की मतदान पेटियों की गणना की जाएगी। सभी मतों की गणना चार अलग-अलग मेजों पर की जाएगी और यह गिनती आठ दौर में पूरी होगी। मतगणना की निगरानी लोकसभा के महासचिव अनूप मिश्रा और रिटर्निंग ऑफिसर करेंगे।

प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए, इस चुनाव में करीब 99% मतदान हुआ है। संसद भवन को मिलाकर विभिन्न राज्यों में 32 मतदान केंद्र बनाए गए थे। राष्ट्रपति चुनाव में कुल मिलाकर 4896 वोटर हैं, जिसमें 776 संसद और 4120 विधायक वोट डालने के योग्य माने जाते हैं। विधान परिषदों के साथ राज्यों के मामले में, विधान परिषद (एमएलसी) के सदस्यों को वोट देने के योग्य नहीं माना जाता था। एक सांसद के वोट का मूल्य 708 पर स्थिर बना रहा, जबकि एक विधायक के वोट का मूल्य उसके राज्य की आबादी पर निर्भर करता है।

कुछ अपडेट

नवीनतम जानकारी के अनुसार, मीरा कुमार कम से कम 37,000 मतों से रामनाथ कोविंद से पिछड़ रही थीं। हालांकि कुमार ने बहादुरी के साथ कहा कि वह प्रारंभिक परिणामों से चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि इसमें परेशान होने की कोई बात नहीं है, वह एक योद्धा हैं। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि वह वैचारिक दृष्टिकोण से लड़ रही हैं, साथ ही उनकी अंतरात्मा ने उन्हें यह करने को कहा है। विधायक के मतों की गिनती के शुरुआती दौर से ही कोविंद ने प्रत्येक राज्य में निर्णायक जीत हासिल की है।