सचिन: ए बिलियन ड्रीमस – मूवी की समीक्षा
एक दिव्य चरित्र सेलुलॉइड पर दोबारा उतारा गया
फिल्म समीक्षा
रिलीज की तारीख: 26 मई 2017
किरदार/पात्रः सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, एम.एस. धोनी, मयूरेश पेम, मयूर मोरे, अर्जुन तेंदुलकर, अंजलि तेंदुलकर, सारा तेंदुलकर
निर्देशक: जेम्स अर्सकिन
निर्माता: रवी भागचंदक
कहानी: शिवकुमार अनंत, जेम्स अर्सकिन
कथन: सचिन तेंदुलकर
स्वर: हर्षा भोगले, बोरिया मजूमदार, गिदोन हाई
छायांकन: क्रिस ओपनशॉ
संगीतकार: ए.आर. रहमान
गीत: इर्शाद कामिल
अवधि: 2 घंटा 19 मिनट
शैली: खेल, डॉक्युमेन्ट्री-ड्रामा
सेंसर रेटिंग: यू
सचिन: ए बिलियन ड्रीमसः मूवी के बारे में
हमने किशोरो में एक आदमी को “क्रिकेट का भगवान” के नाम को लेकर एक जूनून देखा जाता है। हमने उनके खेल के जूनून को हमेशा पहले अच्छा फिर महान होते देखा लेकिन लोग उनके जीवन के पीछे का सच नही जानते वही सच उन्हें महान बनाता है।
कैसे एक जवान आदमी अपनी हर इच्छा को पूरा करने में सफल होता है, एक अरब लोगों का आर्दश बन जाता है और फिर भी एक विनम्र इंसान, एक प्रतिबद्ध क्रिकेटर, एक आदर्श पति और एक आदर्श पिता बना रहता है?
जेम्स अर्सकिन ने स्वयं उनकी जीवन यात्रा को दिखाने का फैसला किया, यह काम करना एक जुऐ के समान चुनौतीपूर्ण लेकिन प्रेरणादायक था। इस मूवी के साथ, उन्होने सफलतापूर्वक क्रमिक तथ्यों को लेने और उसके चारों ओर एक सम्मोहक कहानी बनाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है और उन्होंने इसे वास्तव में कर दिखाया है।
अगर आप पहले से ही क्रिकेट और सचिन के महान प्रशंसक नहीं हैं, तो यह फिल्म आपको सचिन के उपर मर मिटने वाले लाखों प्रशंसकों की सूची में शामिल कर देगी, जिनके लिए सचिन प्रेरणा के देवता और खेल के मास्टर हैं।
जेम्स अर्स्कीन ने मास्टर ब्लास्टर की लंबी और महत्वपूर्ण क्रिकेट यात्रा को 2 घंटों के विख्यात कथानक में कैद करने का शानदार काम किया है, जो आपको उस प्रश्न के मुताबिक उस आदमी की सराहना करने के लिये छोड़ देता है जिसकी सफलता की अनंत यात्रा को बधाई देना मुश्किल होगा।
सचिन की कहानी
फिल्म की शुरुआत में सचिन की बेटी सारा का जन्म होता है और इस समय उनको एक कमजोर पल में दिखाया जाता है क्योंकि वे पहली बार पिता बने हैं।
इस फिल्म में कई मार्मिक क्षण हैं जैसे सचिन के भाई ने उन्हें रामचंद्र आचरेकर से मिलवाया और जब उन्होने सचिन की सट्रेट ड्राइव देखी उसके बाद उनका प्रसिद्ध संवाद देखने को मिला “नाम क्या बताया तुम्हारे भाई का”।
हैरिस शील्ड मुंबई में सचिन ने अपने साथी विनोद कांबली के साथ उनके स्कूल शारदाश्रम विद्या मंदिर और सेंट जेवियर्स के बीच प्रसिद्ध मैच में विश्व रिकॉर्ड तोड़ा देते हैं।
अंजलि से मिलने के बाद, वह अंजली को अपने माता पिता से मिलने को कहता है और उससे अपनी शादी की बात करने के लिये कहता है।
1999 में विश्व कप के दौरान जब भारत की सीरीज में वापसी मुश्किल थी उसी समय वह अपने पिता की मौत के बारे में सुनता है और फिर अगले दिन केन्या के खिलाफ एक जोरदार शतक लगाता है।
अंत में वानखेड़े स्टेडियम में अपनी विदाई के दौरान उनका प्रसिद्ध भावनात्मक भाषण दिखाया है।
आने वाली पीढ़ी के लिए फिल्म में सभी चीजें देखने वाली और प्रेरणा देने वाली हैं। यदि आप दिमाग में केवल एक जुनून और प्रतिबद्धता का पीछा करते हैं तो आपका सपना जरुर पूरा होगा।
प्रदर्शन
सचिन के जीवन से जुड़ी दुर्लभ फुटेज और एक लड़के में चैंपियन बनने के जुनून को देखने के लिए यह अच्छा समय है।
फिल्म में सचिन का कथानक थोड़ा अजीब है लेकिन उनसे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं की जानी चाहिये क्योंकि वह कोई पेशेवर अनुभवी अभिनेता नहीं हैं।
हर्षा भोगले, बोरिया मजुमदार और गिदोन हैफ तीनों की आवाजों ने फिल्म का पूरा साथ दिया है और कहानी की विश्वसनीयता प्रदान करते हैं जिससे दर्शक कहानी के बारे में और अधिक जानना चाहें।
ए.आर. रहमान एक बार फिर एक मास्टर संगीतकार के रूप में अपनी प्रतिष्ठा कायम रखते हैं क्योंकि उन्हे फिल्म के साथ तालमेल रखने वाले संगीतों को रखना था।
सचिन: ए बिलियन ड्रीमस के गानेः
फिल्म के हिंदी संस्करण में तीन गाने हैं जो इर्शाद कामिल द्वारा लिखे गए हैं; तमिल संस्करण में दो गाने माधन करके द्वारा लिखे गए हैं।
हिंदी संस्करण
हिंद मेरे जिंद
- गायक (एस): ए.आर. रहमान
- द्वारा रचित: ए.आर. रहमान
- गाने की अवधि: 5:14 मिनट
सचिन सचिन
- गायक (एस): सुखविंदर सिंह, कल्या
- द्वारा रचित: ए.आर. रहमान
- गाने की अवधि: 4:09 मिनट
मर्द मराठा
- गायक (एस): ए.आर. अमीन, अंजली गायकवाड़
- द्वारा रचित: ए.आर. रहमान
- गाने की अवधि: 3:34 मिनट
तमिल संस्करण
इंधियाने वा
- गायक (एस): कार्तिक, ए.आर. रहमान
- द्वारा रचित: ए.आर. रहमान
- गाने की अवधि: 5:15 मिनट
सचिन सचिन
- गायक (एस): सुखविंदर सिंह, कल्या
- द्वारा रचित: ए आर रहमान
- गाने की अवधि: 4:09 मिनट
क्या अच्छा है?
एक महान जीवन को स्क्रीन पर खूबसूरती से उतारा गया है जिसमें सचिन ने जो कुछ हासिल किया है, लेखक उसके लिए सचिन के धैर्य और विनम्रता की प्रशंसा करता है। मूवी आपको एक महान जीवन का अनुभव देगी।
क्या बुरा है?
सच कहूँ तो, बच्चे के खिलौने से ज्यादा कुछ नहीं, जो भी हो, आखिर यह सचिन हैं
निर्णय
निश्चित रूप से आप इस फिल्म को अपने पूरे परिवार के साथ देखने के लिए जा सकते हैं यह फिल्म उन युवाओं को देखनी चाहिए जिनके पास अपने सपने हैं।
सचिन: ए बिलियन ड्रीमस रेटिंग:
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