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मौर्या पवेलियन- एक समीक्षा

July 17, 2017


pavilion-hindiमैं यह तो नहीं कह सकता कि आईटीसी मौर्या और इसके पवेलियन रेस्तरां से मेरी बचपन की यादें जुड़ी हैं लेकिन मैं यह जरूर कह सकता हूँ कि मेरी यादें 30 साल या उससे भी पहले की हैं। इतने सालों में पवेलियन कई बार बदल चुका है और जिस तरह यह 1980 के दशक में हुआ करता था तब से इसके आकार में काफी विस्तार हो चुका है। लगभग तीन साल या उससे अधिक समय से मैं द पवेलियन बिल्कुल भी नहीं गया था, ऐसा फैसला करने की वजह यहाँ के कई तरह के बुरे अनुभव थे। जहाँ तक मुझे याद है कि स्पष्ट रूप से मेरा चयन इसकी आलोचना करने के बजाए एक विराम देना था। ऐसा लगता है कि यह करना भी सही था। मौर्या के सामने की सड़क सरदार पटेल मार्ग पर ट्रैफिक जाम और भूख की तड़प ने मुझे यहाँ जाने के लिए विवश कर दिया। कितना अच्छा हुआ जो मैंने उस बुलावे को स्वीकार कर लिया। वहाँ जाने पर न केवल मुझे बहुत अच्छा अनुभव हुआ बल्कि मैं अगले दिन दोपहर का भोजन करने के लिए वहाँ दोबारा गया।

स्थान:

आईटीसी मौर्या के अंदर, यह नई दिल्ली के सरदार पटेल मार्ग पर, शहर के केंद्र और कनॉट प्लेस के बहुत नजदीक स्थित है। कहीं से भी यह स्थान दूर नहीं है चाहे वह रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, शहर का केंद्र, आर्ट गैलरियाँ, सिनेमाघर, थिएटर, स्कूल, कॉलेज, बाजार और अन्य होटल ही क्यों न हों, लगभग इन सभी स्थानों से यह करीब 5 से 30 मिनट की दूरी पर है। वर्तमान समय में इसके आस-पास कोई भी दिल्ली मेट्रो स्टेशन नहीं है, अगले कुछ महीनों में कुछ कदमों की दूरी पर कम से कम एक मेट्रो स्टेशन बन जाएगा। एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन धौला कुआं यहाँ से 20 मिनट की दूरी पर स्थित है।

खुलने का समयः

यह तीन दशक पहले खोला गया था उसके बाद से कई बार हुए इसके नवीनीकरण के समय को छोड़कर कभी भी बंद नहीं हुआ। पहले यह बहुत अच्छी कॉफी की दुकान थी जोकि समय के बदलाव के साथ-साथ एक बहु व्यंजन वाले रेस्तरां में बदल गयी। यहाँ आपको पूरे दिन नाश्ता मिलता है और यह मुझे बहुत शानदार और उपयोगी लगा।

वातावरणः

यह रेस्तरां बहुत बड़ा नहीं है लेकिन दीवार में छेद जैसा छोटा भी नहीं है। ज्यादा महंगा नहीं है, बहुत अधिक जगह नहीं है लेकिन बैठने की व्यवस्था को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जितना ज्यादा संभव हो आपकी गोपनीयता कायम रहे। यहाँ पर उपलब्ध सोफे की पीठें (बैक) इतनी ऊँची हैं कि दूसरों से एक विभाजन का काम करती हैं, इन पर बैठकर आप आराम से बातचीत कर सकते हैं। यदि आप एक टेबल आरक्षित करने जा रहे हैं तो पूल के किनारे की टेबल आरक्षित करने के लिए कहें क्योंकि वे सबसे अच्छा काम करती हैं।

सेवा:

कई अभिव्यक्तियों में से जबरदस्त और गजब दो ऐसी अभिव्यक्तियाँ हैं जिनका प्रयोग मैं अपने नवीनतम अनुभव का वर्णन करते हुए कर सकता हूँ। मौर्या पवेलियन में आपको साफ-सुथरा महौल, अच्छी शैली, पर्याप्त सुशिक्षित और परिपक्व कर्मचारी मिलेगें। जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं और वे अंतर्भाग की सफाई और व्यजंन को बनाने के प्रति ईमानदार हैं। मुझे खुशी है कि मुझे वहाँ पर घर जैसा महसूस हुआ।

कीमत:

मैं जानता हूँ कि इस अनुभाग में कीमतें उचित और सस्ती होना एक विरोधाभास है, है तो होने दो। कीमतें वास्तविकता व्यक्त करती हैं जोकि एक जादू है। कीमतें आपके शानदार इरादों को कम नहीं कर सकती हैं। यहाँ दो शीतल पेय पदार्थों के साथ सुपर लक्जरी सेटिंग सहित उचित भोजन 5000.00 (पाँच हजार) से कम का होता है। जबकि तुलनीय रेस्तरां में इस श्रेणी के अनुभव पर लगभग 50% अधिक खर्च होता है।

भोजन:

व्यंजन सूची अपना काम करती है। गुणवत्ता? दोष-रहित। मात्रा? बिल्कुल सही। जायके? बहुत ही स्वादिष्ट। स्वाद? चटकारे लेने वाला। प्लेट व्यवस्था? उपयुक्त। 5 व्यंजन, सभी स्वादिष्ट। एक विजेता जैसी विशेषता? हाँ। इसकी सुन्दरता एक सरल और एक असम्मिलित मेनू में स्थित है जो पढ़ने योग्य है और समझ में आता है। मेनू की सुंदरता आपको घर जैसा एहसास कराती है। आप जानते हैं कि आप स्वादिष्ट भोजन का आदेश दे रहे हैं और आपको किसी प्रकार का कोई जोखिम नहीं उठाना पड़ेगा।

मुलायम अंडा रोल के साथ बकरी के दूध का पनीर: यह व्यजंन बहुत ही जायकेदार था जिसमें तीन सफेद अंडे, पूरी तरह से रोल किये हुए, न जले हुए और न ही ज्यादा पके हुए जिसका प्रत्येक टुकड़ा मुँह में घुल रहा था। हैम टुकड़ो को अच्छी तरह से पकाया गया था और यह आमलेट की तरह बन गया था। हैश-ब्राउन, भुने हुए टमाटर और एक सलाद, पत्ते के साथ परोसा गया था।

मछली और चिप्स: तली हुई मछली को कुछ सुव्यवस्थित तरीके से परोसा गया था। इसमें गाढ़ा घोल नहीं था और मछली अंदर से ताजी और रसदार थी। फ्रेंच फ्राइज अच्छे थे, व्यावसायिक गुणवत्ता नहीं थी, लेकिन बहुत खराब भी नहीं थे। यह व्यजंन एक स्वादिष्ट मिठाई के साथ आया था।

ग्रील्ड रिवर सोल: पूर्णतः भुना हुआ माँस शाकाहारी भोजन के साथ बनाया हुआ और एक एकीकृत व्यंजन के रूप में रखा गया था। पहले निवाले से आखिरी निवाले तक सम्पूर्ण स्वाद था और मुख्य भोजन के लिए इसका एक भाग ही पर्याप्त था।

नाश्ता सॉसेज: मध्यम आँच में चिकन सॉस को पूरी तरह से पकाया गया था, प्रत्येक निवाला खाकर अगला निवाला खाने का मन कर रहा था।

आसपास के पर्यटकों के आकर्षण:

इसके आस-पास कनॉट प्लेस, एयरपोर्ट, डिप्लोमेटिक एन्क्लेव, बांग्ला साहिब गुरुद्वारा, हनुमान मंदिर, इंडिया गेट और नई दिल्ली के सभी पर्यटक आकर्षण स्थित हैं।

साराँश                             
समीक्षक सिमरप्रीत सिंह
प्रकाशित 16-07-2017
समीक्षा का मद द पवेलियन रेस्तरां
औसत रेटिंग *****