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भारत की प्रसिद्ध चीजें

July 18, 2017


cultural-and-linguistic-diversities-in-Indiaभारत की सांस्कृतिक विविधता इसको पूरे विश्व में प्रसिद्ध बनाने के प्रमुख कारकों में से एक है। भारत एक ऐसा देश है जिसमें 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेशों का अपना अनोखा इतिहास और संस्कृति है और जो वर्षों से लगभग शांतिपूर्वक एक दूसरे के साथ रह रहे हैं। इस देश में आपको विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग मिलेंगे- वास्तव में भारत में शायद सभी धर्म के लोग निवास करते हैं और विभिन्न प्रकार की भाषाओ में बातचीत करते हैं। यह देखकर आप हैरान बिल्कुल न हों कि यहाँ एक ही भाषा में 30 बोलियाँ हैं। इसके अलावा यहाँ पर विभिन्न त्यौहार, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, पहनावा और खाना पकाने के तरीके आदि विविधता के रूप में देश को सुशोभित करते हैं। इस देश की सांस्कृतिक विविधता ने देश को किंवदंतियों की तरह बहुत अच्छी तरह प्रभावित किया हैं। इसके अलावा आपको इस तथ्य पर भी विचार करने की आवश्यकता है कि यहाँ पर आपको विभिन्न जातियों एवं धर्मों के लोग मिलेंगे।

सांस्कृतिक गंभीरता

एक देश के रूप में अनंत काल से भारत का अस्तित्व रहा है- इतिहास दर्ज शुरू होने के बहुत पहले से इसका अस्तित्व एक देश के रूप में था। वास्तव में यह इतना प्राचीन है कि इसका शुरुआती इतिहास अभी भी कल्पित कथाओं में छिपा है और महाकाव्यों एवं अन्य साहित्य के रूप में बताया गया है। यह लंबे समय से अस्तित्व में है, जो एक ऐसी संस्कृति से सम्पन्न है जिसकी चाहत बहुत से लोग रखते हैं। अपने धर्म के अलावा, कई वर्षों के दौरान भारतीय संस्कृति ने साहित्यिक और कलात्मक काम के प्रभावशाली आकार के साथ-साथ क्रियात्मक कला जैसे संगीत और नृत्य को कुछ लोगों को आशीर्वाद के रूप में प्रदान किया है। विभिन्न जातियों और जनजातियों के लोगों ने भारत पर आक्रमण किया है और वर्षों तक शासन किया, जिसके कारण उन सभी ने भारत के सांस्कृतिक अस्तित्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

अल्पसंख्यकों की भूमि

भारत एक ऐसी जगह है जहाँ आपको बहुसंख्यकों के साथ हर जगह अल्पसंख्यक मिल सकते है। भारत में सबसे ज्यादा मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं, जिनकी आबादी 12% हैं और यह अपने इस्लामिक विश्वास के प्रति बेहद जागरूक हैं। इसी तरह अन्य प्रमुख धार्मिक अल्पसंख्यक – सिखों (ज्यादातर पंजाब में केंद्रित) और ईसाइयों (ज्यादातर गोवा में केंद्रित) के बारे में यही कहा जा सकता है। इसके अलावा भारत में पारसी, जैन, बौद्ध और अन्य अल्पसंख्यक शामिल हैं। हिंदी भाषा के नियमों के अनुसार, भारत की मुख्य भाषा हिंदी है लेकिन अन्य भाषाएं जैसे उर्दू, बंगाली, तमिल, पंजाबी, मराठी, गुजराती और तेलगू भाषा भी अच्छी उपस्थिति के रूप में अच्छी तरह से मशहूर हैं। जातियों में आपको यहाँ 40 मिलियन जनजातीय और नव-आदिवासी लोग भी मिल सकते हैं।

शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच जुड़ाव

भारत एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और चूँकि ग्रामीण इलाकों में एक महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है, जैसे कि लगातार शहरीकरण हो रहा है और कुछ मामलों में तो पूर्णतः विकसित शहर भी बन गये हैं। सामान्य अवधारणा यह है कि शहर के लोग ग्रामीण लोगों को अपने से नीचा समझते हैं लेकिन अब इन क्षेत्रों में भी विकास हो रहा है और साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग बड़े शहरों में आ रहे हैं और यहाँ कार्य कर रहे हैं। यह देखा जाना शेष है कि यह गतिशीलता आगे के वर्षों में लोगों के दोनों समूहों के बीच संबंध को कैसे प्रभावित करती है।

विवादों का मिश्रण

भारत में एक चीज ऐसी है जिसे आप हर पर्यटक के मुँह से सुनेंगे वह है संगठित अराजकता, जिसको इस देश के लोग पसंद करते हैं। कई ऐसे भी लोग हैं जो कहते हैं कि उनको अपनी रहस्यमयी प्रकृति से स्नेह है और लोग कई प्रकार की बड़ी कठिनाइयों के बावजूद भी यहाँ अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। सच तो यह है कि भारत में इन दोनों गुणों के साथ और भी बहुत कुछ है। भारत एक ऐसा दिलचस्प देश है जहाँ लोग हर गुजरते हुए अवसरों पर जीवन व्यतीत करते हैं इसके बावजूद भी कि उनके साथ किस प्रकार की परिस्थितियाँ पेश आ रही हैं, यह इस देश को एक अनूठी पहल प्रदान करता है।