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टूरिस्ट सीजन कर रहा है विमुद्रीकरण के प्रहार का सामना

May 26, 2017


Demonetisation-Woes-Hit-Tourism-Season-hindi8 नवंबर 2016 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च मूल्यवर्ग के नोटों (500 रुपये और 1000 रुपये) को कानूनी रूप से बंद करके पूरे देश चोंका दिया था। यह कदम कर चोरी, नशीली दवाएं बेचने वाले समूह, तस्करी और अन्य अवैध संस्थाओं के काले धन का पता लगाने के लिए उठाया गया था। नये 500 रुपये और 2000 रुपये के नोट पेश किए गए लेकिन इस कदम से आम आदमी को बहुत परेशानी उठानी पड़ी और देश के कई क्षेत्र पुराने नोटों को बदलने में असफलता के कारण प्रभावित हुए हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि अचल संपत्ति और खुदरा व्यापार शीघ्र ही प्रभावित हो जाएगा। विमुद्रीकरण के नतीजे अब भी पर्यटन व्यवसाय के क्षेत्र में अच्छी तरह से प्रभावी प्रतीत होतें हैं।

पर्यटन विमुद्रीकरण के प्रहार का सामना कर रहा है

भारत में, मुख्य पर्यटन का मौसम अक्टूबर से जनवरी तक रहता है, जबकि ज्यादातर घरेलू यात्रियों का दौरा राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में अक्टूबर और नवंबर में होता है, हजारों तीर्थयात्री दिसंबर में सबरीमाला जैसे तीर्थस्थलों की यात्रा करते हैं। साल के आखिरी महीने दिसंबर के अंत में और जनवरी के प्रारंभ में ज्यादातर पर्यटक गोवा और महाराष्ट्र में एक दौरा जरूर करतें हैं। इस साल इन पर्यटन स्थलों पर बुकिंग में भारी कमी देखी गई है।

एसोसिएटेड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के एक हालिया अध्ययन के मुताबिक, इस साल क्रिसमस और नए साल की छुट्टियो की बुकिंग में 65 फीसदी की कमी आई है। जो पर्यटक आमतौर पर उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और केरल में अपनी छुट्टियाँ बिताते थे, वे अपना वार्षिक दौरा करने के बजाय अब घर पर रहना पसंद कर रहे हैं। विमुद्रीकरण के बाद ज्यादातर देशों द्वारा निर्धारित यात्रा सलाहकारों के अनुसार भारत की अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में 45 प्रतिशत की कमी आई है। नवंबर से लेकर जनवरी के महीनों में भारत में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का अधिकतम प्रवाह देखा जाता है। नकदी की कमी ने देश में मुद्रा विनिमय की स्थित पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है जिससे ऐसी स्थिति पैदा हो गई है।

गोवा अपनी जगह पर वापस

वर्ष के अंत तक गोवा सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक रहा है। रेतीले समुद्र तटों, विशाल चर्चों और बड़े गिरिजाघरों, कैफे और डिस्को आदि से भरपूर यह राज्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों क्षेत्रों का एक उच्च पसंदीदा स्थान रहा है। दरअसल, करीब 30 लाख पर्यटक हर साल इस राज्य में जाते हैं। विमुद्रीकरण अभियान की प्रारंभिक सफलता के बाद, गोवा नए साल के समय फिर वापस अपनी जगह पर आ गया है। कई पर्यटकों ने घोषणा सुनने के बाद नवंबर में अपनी छुट्टियों में कटौती की थी, लेकिन दिसंबर और जनवरी के लिए बुकिंग पिछले साल के जैसे ही फिर से होने लगी हैं।

आगे का रास्ता

घरेलू यात्रा उद्योग में आने वाली दिक्कतों के कम होने की संभावना है। वास्तव में, एसोचैम के अध्ययन से पता चला है कि पैकेज डील अधिक प्रभावित नहीं हुई है। केवल ऐसे यात्री और पर्यटक, जो अपनी यात्रा की योजना बनाते हैं और एक आरामदायक यात्रा करना पसंद करते हैं, पिछले कुछ हफ्तों में अपनी यात्रा को रद्द कर चुकें है। विभिन्न उड़ानों और होटलों ने भी अपनी कीमतें घटा दी हैं जिससे अब नई दिलचश्पी का जोश संभावित है। यह मानते हुए कि ये यात्रायें पर्यटकों को काफी हद तक कैशलेस यात्रा करने की इजाजत देती हैं, संगठित यात्रायें अब ‘स्वयं बुक करें ‘ विकल्प के लिए पसंद की जा सकती हैं। यह सुविधा स्थानीय भोजनालयों, टैक्सी प्रचालक और विक्रेताओं को क्रेडिट और डेबिट कार्ड स्वीकार करने और मोबाइल वॉलेट के माध्यम से भुगतान करने में लाभप्रद हो सकती हैं। यह जल्द ही व्यापार के लिए आवश्यक हो जाएगी।

कैशलेस यात्रा के लिए सुझाव

अग्रिम योजना – आप न केवल अपना ट्रेन टिकट, एयरलाइन टिकट और होटल ऑनलाइन बुक कर सकते हैं बल्कि साथ ही साथ कई अन्य बुकिंग भी पहले से कर सकते हैं जिसका भुगतान अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कर सकते हैं। प्रदर्शिनी और पर्यटन स्थलों के आकर्षण पर जाने के लिए टैक्सी प्रचालक और पुस्तकें भी ऑनलाइन बुक की जा सकतीं हैं। टैक्सी बुक करने के लिए यूबर और ओला जैसे एप्लिकेशन डाउनलोड करें और उन्हें अपने कार्ड के साथ जोड़ लें।

मोबाइल वॉलेट प्राप्त करें – विमुद्रीकरण के बाद भारत में मोबाइल वॉलेट का नवीनतम प्रचलन जोर-शोर से हो रहा है। सड़क पर चाटवाले से लेकर किराने की दुकान तक हर व्यक्ति ज्यादातर मोबाइल वॉलेट के द्वारा भुगतान स्वीकार करता है। पेटीएम, फ्रीचार्ज और मोबीक्विक भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल वॉलेट हैं।

सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप का उपयोग करें – आवश्यकता पड़ने पर नकदी संपन्न एटीएम का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया की विशाल शक्ति का उपयोग करें। वॉलनट मोबाइल एप्लिकेशन आपको आस-पास के एक क्रियाशील एटीएम के बारे में जानकारी देता है। अपने आस-पास के अपडेट के लिए हैश एटीएम कैश हैश टैग लिखकर जानकारी ले सकते हैं।

भगवान का भरोसा करें– हम अपने देश की सभी समस्याओं का दोष धर्म पर लगाते हैं। यदि आप के पास बिलकुल पैसे नही बचे हैं, तो स्थानीय गुरुद्वारा, मंदिर या मस्जिद पर भरोसा करें कि वह आपके बचाव के लिए आएंगे और जब तक आप कुछ पैसे नहीं कमाते तब तक आपको अच्छी तरह खिलाते रहेंगे।