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“पहल” के द्वारा कैसे लाभान्वित होंगे एलपीजी उपयोगकर्ता

July 24, 2017


pahal-benefit-for-lpg-users-and-oil-companiesप्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना के अंतर्गत दुनिया की सबसे बड़ी नकदी सब्सिडी एक बार फिर से नवंबर 2014 में 54 जिलों में शुरू की गई थी और 1 जनवरी 2015 से पूरे देश में विस्तारित हो गई है। यह योजना तरल पेट्रोलियम के उपभोक्ताओं के लिए शुरू की गई थी। संशोधित योजना को प्रत्यक्ष हस्तांरित प्रयोग या पहल डीबीटीएल (एलपीजी के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के रूप में जाना जाता है।

पहल डीबीटीएल क्या है?

पहल डीबीटीएल की महत्वाकांक्षी योजना पहले रसोई गैस पर नकद सब्सिडी देने के उद्देश्य से पिछली सरकार द्वारा 1 जून 2013 को शुरू की गई इसके अन्तर्गत 291 जिलों को कवर किया गया था। वर्तमान सरकार ने पहल योजना की व्यापक जाँच करके उपभोक्ताओं की समस्याओं की समीक्षा करने के बाद पूर्व योजना को संशोधित किया। 15 नवंबर 2014 को 54 जिलों में 2.5 करोड़ परिवारों को कवर करने के लिए इसे पुन: प्रारंभ किया। इस संशोधित योजना का दूसरा चरण 1 जनवरी 2015 को देश के सभी जिलों को कवर करने के लिए शुरू किया गया था। पिछली योजना के तहत एलपीजी सब्सिडी प्राप्त करने वाले सभी उपभोक्ताओं की आधार संख्या रजिस्टर थी। हालांकि जिनके पास आधार कार्ड नहीं था उन उपभोक्ताओं के लिए यह एक बड़ी समस्या थी। आधार संख्या के बिना वे सब्सिडी का लाभ नहीं उठा सकते थे।

एलपीजी सब्सिडी कैसे प्राप्त करें?

हालांकि, नई योजना में सभी उपभोक्ताओं को एलपीजी सब्सिडी उपलब्ध कराई जा रही है। संशोधित योजना के अंतर्गत एलपीजी का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को अब दो विकल्पों के तहत उनके बैंक के खाते में सब्सिडी प्राप्त हो सकती है। इस योजना में शामिल होने वाले ग्राहक को कैश ट्रांसफर अनुपालक (सीटीसी) कहा जाएगा और वह बैंक खाते में सब्सिडी प्राप्त कर सकता है।

विकल्प 1

आधार के साथ – यदि उपभोक्ताओं के पास आधार संख्या है, तो सब्सिडी प्राप्त करने के लिए उनके बैंक खाते से आधार संख्या को जोड़ना होगा।

विकल्प 2

आधार के बिना – यदि किसी उपभोक्ता के पास आधार संख्या नहीं है, तो वह एलपीजी कनेक्शन आईडी के साथ अपने बैंक खाते को जोड़कर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इसे दो तरीकों से किया जा सकता है।

  • एलपीजी वितरक को उन उपभोक्ताओं के सभी बैंक विवरण (खाताधारक का नाम, खाता संख्या और आईएफएससी कोड) मिलने चाहिए जो एलपीजी सब्सिडी प्राप्त करना चाहते हैं। एलपीजी डाटाबेस में सारी जानकारी प्राप्त की जाएगी।
  • बैंक को उपभोक्ता के एलपीजी कनेक्शन की सारी जानकारी होनी चाहिए। इसमें 17 अंकों की एलपीजी उपभोक्ता आईडी शामिल होती है।

जबकि पहला विकल्प प्राथमिक विकल्प के रूप में जाना जाता है और दूसरा विकल्प द्वतीयक विकल्प के रूप में संदर्भित किया जाता है। वास्तव में आधार संख्या रखने का प्राथमिक विकल्प सब्सिडी का लाभ लेने का सबसे अच्छा विकल्प है और इसलिए सभी से इसकी सिफारिश की जाती है। अब जिन उपभोक्ताओं ने पहले से ही अपनी पिछली योजना के तहत पंजीकरण किया है, उन्हें एलपीजी वितरकों के साथ अपनी जानकारी फिर से दर्ज कराने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें उनकी सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में प्राप्त होगी।

पहल के लाभ

तीन निकाय जिनको पहल योजना के तहत लाभ मिलेगा-

  • एलपीजी उपभोक्ताओं को लाभ – एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल करने वाले सभी उपभोक्ताओं को 14.2 किलो के 12 सिलेंडर या 5 किलोग्राम के 34 सिलेंडर रिफिल के लिए नकद सब्सिडी मिलेगी। जब वह सिलेंडर के लिए पहली बुकिंग करता है तो वर्तमान रियायती दर और बाजार मूल्य के बीच अंतर के बराबर धन की मात्रा स्वचालित रूप से उपभोक्ताओं के बैंक खाते में स्थानांतरित हो जाती है। हालांकि, यह लाभ इस योजना में शामिल होने के बाद ही संभव है। जब उपभोक्ता को सिलेंडर का वितरण किया जाता है, तो एक और अग्रिम सब्सिडी को उसके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
  • सरकार को लाभ- यह योजना उच्च दर पर एलपीजी सिलेंडरों की अनाधिकृत बिक्री को कम कर सकती है या रोक सकती है। कई गैस कनेक्शन की खरीद को रोक दिया जाएगा। तदनुसार, सरकार के लिए सब्सिडी का भार कम हो जाएगा।
  • तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) को लाभ – एलपीजी गैस वितरकों के लिए मध्यवर्ती गैस आपूर्तिकर्ताओं को सिलेंडर भेजने का ज्यादा भार नहीं होगा। वे अपने उपभोक्ताओं के साथ सीधे संपर्क में होंगे, जिससे ग्राहकों के साथ एक अच्छा संबंध बना रहे। एकाधिक अनधिकृत कनेक्शन प्रदान नहीं किए जाएंगे। ओएमसी यह सुनिश्चित करने में सक्षम हो जाएगा कि उपभोक्ताओं को एलपीजी गैस एक निश्चित दर पर प्राप्त हो और उन्हें लंबी लाइन में खड़ा न होना पड़े, अगर वे पहले से ही बुकिंग कर चुके हैं।

अनुग्रह अवधि

वे उपभोक्ता जो सीटीसी ब्रैकेट में अभी तक नहीं हैं, उन्हें सीटीसी बनने के लिए, पहले लॉन्च होने की तारीख से 3 महीने का समय दिया जाएगा। इस अवधि के दौरान, ऐसे उपभोक्ताओं को एलपीजी सिलेंडर बाजार दर पर खरीदने की आवश्यकता होगी। लेकिन सीटीसी उपभोक्ता बनने के बाद आपके बैंक खाते में सब्सिडी वाली राशि मिल जाएगी।

पार्किंग की अवधि

तीन महीने की रियायती अवधि के बाद, सभी गैर-सीटीसी, एलपीजी उपभोक्ताओं को एक अतिरिक्त 3 महीने की पार्किंग अवधि मिलेगी। अगर कोई उपभोक्ता इस अवधि के दौरान सीटीसी नहीं बनता है, तो पार्क की जाने वाली सब्सिडी वाले फंड समाप्त हो जाएंगे और उपभोक्ता सीटीसी बनने तक सब्सिडी प्राप्त करने के लिए अयोग्य हो जाएगा। जब गैर-सीटीसी उपभोक्ता पार्किंग की अवधि के बाद सीटीसी उपभोक्ता बन जाते हैं, तो वे उस वित्तीय वर्ष में एक बार स्थायी अग्रिम और कुल कैश सब्सिडी वाले सिलेंडर प्राप्त करेंगे।

स्थायी एडवांस

पहल योजना में शामिल होने वाले प्रत्येक सीटीसी उपभोक्ता को एक वन-टाइम एडवांस प्रदान किया जाएगा। एडवांस के बारे में सूचना समय-समय पर दी जाएगी और यह एक वित्तीय वर्ष के लिए स्थायी रहेगा। यह राशि सीटीसी उपभोक्ता के पास तब तक रहेगी जब तक उसके पास गैस कनेक्शन है। जिन एलपीजी उपभोक्ताओं को पिछले स्केल पर स्थायी एडवांस प्रदान किया गया था वे स्थायी एडवांस में संशोधन के कारण हुए किसी भी अतिरिक्त भुगतान के योग्य नहीं होंगे।

याद रखने वाली चीजें

  • इस योजना में शामिल होने के लिए सभी उपभोक्ताओं को बैंक खाते की आवश्यकता होती है।
  • इससे पहले कि वे एलपीजी सिलेंडर को बाजार की कीमत में खरीदें, उपभोक्ताओं को उनके बैंक खाते में एक बार स्थायी भुगतान एडवांस प्राप्त हो जाएगा।
  • सब्सिडी को उपभोक्ताओं के बैंक खाते में सब्सिडी वाले सिलेंडरों के लिए उनकी पात्रता के अनुसार डेबिट किया जाएगा।
  • इस योजना में शामिल होने वाले उपभोक्ताओं को 15 नवंबर 2014 से 14 फरवरी 2015 तक तीन महीने के लिए सब्सिडी वाले मूल्य पर सिलेंडर मिलेंगे।
  • उपभोक्ताओं को अगले तीन महीनों के लिए बाजार मूल्य पर एलपीजी सिलेंडर मिलेंगे, लेकिन अगर 14 अप्रैल 2015 से पहले वे इस योजना में शामिल हो जाते हैं तो सब्सिडी राशि उन्हें वापस दे दी जाएगी।