Rate this {type} नींबू पानी दुनिया के सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है, इसका इस्तेमाल अधिकांश देशों में बड़े स्तर पर किया जाता है। हालांकि, प्रत्येक देश में इसका उपयोग और स्वाद भिन्न-भिन्न प्रकार का होता है। उदाहरण के लिए, आमतौर पर उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप में, इसका उपयोग बिना फिज (बुलबुले) के किया जाता है, जबकि अधिकांश यूरोपीय देशों में कार्बोनेटेड और फिजी नींबू पानी का उपयोग किया जाता है। भारत में, हम बिना [...]
Rate this {type} रसगुल्ले भोजन के बाद परोसी जाने वाली या साधारण मिठाई नहीं है, यह उससे भी कहीं बढ़कर हैं। रसगुल्ले पश्चिम बंगाल की एक सांस्कृतिक मिठाई है। रसगुल्ले बंगाल की शान और उस मिठास का प्रतीक भी हैं जो यहाँ के लोगों का मूलतत्त्व है। वास्तव में, रसगुल्ले भारत की पहली ऐसी मिठाई थी, जिसको चाशनी में डुबोकर बनाया गया था। रसगुल्ले को किस तरह से बनाया गया था, इससे कई कहानियाँ जुड़ी हुई हैं, [...]
Rate this {type} कोई भी भारतीय रसोई पनीर को प्रयोग किए बिना बनाई गई किसी करी के द्वारा पूर्ण हो, यह सोचना बहुत मुश्किल है। विषेशकर उत्तर भारत में पनीर के प्रति प्यार के लिए, एक बार फिर मैं काजू मलाई पनीर रेसिपी के साथ वापस आ गई हूँ। इस रेसिपी की तीनों सामग्रियां इसकी ग्रेवी को शाही स्वाद प्रदान करती हैं और जब आपके घर में कुछ मेहमान आए हों तो उनको परोसने के [...]
Rate this {type} भारत में कई महत्वपूर्ण त्यौहरों, जैसे नवरात्र और दुर्गा पूजा को उपवास रखने वाले भक्तों द्वारा पूरे भारत में मनाया जाता है। धार्मिक भावनाओं के आधार पर इन उपवास या व्रत के समय दिन में केवल कुछ चुनिंदा व्यंजनों का ही सेवन किया जा सकता है, खीर इसी प्रकार का एक व्यंजन है। खीर को कई प्रकार की सामग्रियों से बनाया जा सकता है। हालांकि, त्यौहार की भावना के प्रति सच्चा होने [...]
Rate this {type} हमारे घर के वरिष्ठ लोग हमेशा बच्चों को विभिन्न प्रकार के मेवे को खिलाने पर जोर देते हैं। वरिष्ठ लोग स्पष्ट रूप से मेवों के कुछ लाभों को जानते हैं और इनके लाभ अब अध्यनों में भी साबित किए जा चुके हैं। मेवों में विभिन्न प्रकार की विटामिन और आवश्यक अमीनो एसिड प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। यह दोनों घटक आपको स्वस्थ रखने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। मेवे स्वास्थ्य के लिए [...]
Rate this {type} भारतीय व्यंजनों में मसालों का विशेष स्थान है। मसाले व्यंजनों का स्वाद बदल देते हैं और मसालों के द्वारा ही व्यंजनों में सुगंध आती है, इसलिए भारतीय व्यंजन दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गए हैं। हम दैनिक रुप से कई तरह के मसालों जैसे हल्दी, मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, आमचूर पाउडर आदि का उपयोग करते हैं। हम लोग हमेशा मुख्य भोजन के साथ रोटी, पराठा, पूड़ी और नान या चावल आदि परोसते [...]
Rate this {type} किसी विशेष क्षेत्र के लोगों की भोजन करने की आदतें काफी हद तक स्थानीय कृषि उपज पर निर्भर होती है, भौगोलिक बाधाओं के कारण, क्षेत्रों के लोगों ने पारंपरिक रूप से अपनी संस्कृति एवं स्वयं की भोजन व्यवस्था आदि की स्थापना की है। राजस्थान में विशेष रूप से मारवाड़ क्षेत्र में मसूर की दाल बड़े पैमाने पर उगाई जाती है और इसलिए इस क्षेत्र में दाल से बने व्यंजन बहुत ही प्रसिद्ध हैं। [...]
Rate this {type} मेथी मटर मलाई रेसिपी उत्तरी भारत का प्रसिद्ध करी व्यंजन है। इस स्वादिष्ट व्यंजन को तीन पोषक तत्व मेथी की हरी पत्तियाँ, सभी मौसम वाली हरी मटर और मलाई की प्रचुरता व सभी आवश्यक समाग्री को डालकर तैयार किया जाता है। परिणामस्वरूप यह स्वादिष्ट करी पकवान मुँह में पानी ले आता है, जो नान / रोटी या सफेद चावल के साथ भी परोसा जा सकता है। मेथी अन्य हरी पत्तियों की तरह [...]
Rate this {type} मटन प्रेमियों के लिए यहाँ एक और स्वादिष्ट व्यंजन है! रोगन जोश एक ऐसा व्यंजन है जिसकी उत्पत्ति शायद फारस में हुई थी और यह मुगल काल के दौरान भारत में लाया गया था। मटन रोगन जोश के ऊपर तेल के साथ पतली, लाल रंग की ग्रेवी होती है। कश्मीरी लाल मिर्च से लाल रंग आता है और इसके पौधों की जड़ों को रतनजोत कहते हैं। मटन रोगन जोश को चावल के साथ [...]
Rate this {type} पालक या स्पिनच के पत्ते हरे और रसदार होते हैं और पालक पूरे भारत में विशेषकर उत्तरी राज्यों में उगाई जाती है। मैंने इसके पत्तों को साग, पालक और पनीर करी जैसे विभिन्न व्यंजनों में भी इस्तेमाल किया है। पालक में आयरन, फोलेट, विटामिन ए और कई अन्य तत्वों की प्रचुरता होती है। इसलिए पालक को भोजन सूची में शामिल करना फायदेमंद साबित होगा। व्यंजनों में पालक के पत्तों का जब भी उपयोग किया [...]