My India - All about India

भारत में महिला उद्यमी

भारत वर्कफोर्स में महिलाओं की भागीदारी के निचले स्तर की वजह से बदनाम है। 2013 की एक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ 32 प्रतिशत भारतीय महिलाओं के पास घर से बाहर का कोई काम है। यहां तक कि स्टार्ट अप का जो माहौल है, वह भी महिलाओं के लिए बहुत अच्छा नहीं है। योरस्टोरी की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, 670 स्टार्टअप को इस वर्ष आर्थिक मदद दी गई है। इसमें भी सिर्फ तीन प्रतिशत महिलाओं [...]

भारत में भुखमरी की समस्या: भारत 100वें पायदान पर

भारत काफी समय से भुखमरी जैसी गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। 2017 की वैश्विक भूख सूचकांक की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 119 देशों के बीच 100वें स्थान पर आ गया, जो वाशिंगटन स्थित अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (आईएफपीआरआई) द्वारा जारी किया गया था। वैश्विक भूख सूचकांक के अनुसार, भारत 2014 से 45 अंक नीचे खिसककर अब तक की सबसे भयानक स्थिति में चला गया है। किसी देश में ‘भूख की स्थिति’ का [...]

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कला स्नातक के बाद नौकरी वाले पाठ्यक्रम

इस तथ्य के बारे में कोई संदेह नहीं है कि आजकल नौकरियों के लिए बहुत मुश्किल हो रही है। केवल स्नातक की डिग्री पाना पर्याप्त नहीं है, जब पूरा विश्व प्रासंगिक नौकरी पाने के लिए व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के मामले में आगे बढ़ रहा हो। जब आप अपने स्नातक के दौरान कला या मानविकी लेते हैं, तब शिक्षा, मीडिया, वेश-भूषा, पर्यटन, जीवन शैली, आतिथ्य, सरकारी और निजी क्षेत्रों आदि में रोजगार पाने की अधिक उम्मीद की [...]

फेक न्यूज : भारतीय समाज को अस्थिर बनाना

भारत और पूरा विश्व फेक न्यूज (फर्जी खबरें) जैसी समस्या से जूझ रहा है, जिसने न केवल समाज की बुनियादी नींव को हिला कर रख दिया है बल्कि जनता के बीच भय भी उत्पन्न कर दिया है। पिछले कुछ सालों में, सोशल मीडिया एक जंगल की तरह बन गया है और फेक न्यूज (फर्जी खबरें) इस सोशल मीडिया जैसे जंगल में आग की तरह फैलती जा रही हैं जो बेवजह नुकसान का कारण बनती है। [...]

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अविश्वास प्रस्ताव बहस के दौरान राहुल ने पप्पू को किया खत्म

क्या राहुल गांधी ने आखिरकार “पप्पू” का टैग छोड़ दिया है? ऐसा मालूम पड़ता है कि अब राहुल गांधी बड़े हो गए हैं और उन्होंने भारतीय राजनीतिक क्षेत्र में बहुत ही शानदार तरीके से आने की घोषणा की। जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी संसद में अपना मनोरंजक भाषण दे रहे थे तब उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। जब बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार [...]

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भारत में धर्मनिरपेक्षता और इसकी विवेचना

भारत देश को कई अलग-अलग धर्मों और संस्कृतियों की भूमि माना जाता है जो हजारों सालों से सद्भाव और सह-अस्तित्व की भावना में जी रहा है। भारतीय विविधता आधुनिक भारत की शक्ति और आधार रही है, देश की समावेशी प्रकृति दुनिया के किसी अन्य देश की अपेक्षा अलग है। भारत जैसे देश में धर्मनिरपेक्षता जटिल सामाजिक ताने-बाने के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्राचीन काल से दुनिया के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग धर्मों के [...]

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भारत-बांग्लादेश के बीच संबंध

सन् 1971 में पाकिस्तान के विखंडन के साथ भारतीय उपमहाद्वीप में भारी बदलाव आया था, क्योंकि पूर्वी पाकिस्तान पश्चिम पाकिस्तान से विघटित हो गया था। भारत ने पूर्वी पाकिस्तान में अवामी संघ के नेता शेख मुजीबुर रहमान के नेतृत्व में लगातार संघर्षों का समर्थन किया जिससे बांग्लादेश का गठन हुआ। भारत बांग्लादेश की स्वतंत्रता का मुखर था और इस देश की स्थापना में भारत ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत प्रबल भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक [...]

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पीएफ (प्रोवीडेंट फंड) का पैसा ऑनलाइन कैसे निकालें?

भविष्य निधि, जिसे पेंशन फंड के रूप में भी जाना जाता है। यह सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों को प्रदान की गई संचित राशि होती है। यह एक बड़ी वित्तीय बचत है जो वृद्धावस्था के दौरान प्रत्येक कर्मचारी के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि, कुछ परिस्थितियों में पीएफ का पैसा निकाला भी जा सकता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), जो वित्तीय लेनदेन की मात्रा के मामले में दुनिया के सबसे बड़े संगठनों [...]

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भारत विभिन्न प्रकार के जानवरों, पक्षियों और मछलियों का आवास स्थल है जिसमें बकरी, मुर्गी, गाय, भैंस, सूअर आदि जैसे कुछ महत्वपूर्ण कृषि पशु भी शामिल हैं। भारत वन्य जीवों जैसे कि बंगाल टाइगर, हिरण, भेड़िया, अजगर, भारतीय शेर, भालू, सांप, बंदर, कई प्रकार के जंगली बैल, एशियाई हाथी और मृग प्रजातियों वाला देश है। भारत दुनिया के सत्रह विशाल विविधता वाले देशों में से एक है। भारत सहित, यह सत्रह बड़े विविध देश, दुनिया के जैव [...]

धारा 377- विक्टोरियन नीति पर आधारित एक सख्त कानून

भारतीय दंड संहिता की धारा 377 को अध्याय XVI के भीतर रखते हुए 1861 में ब्रिटिश शासन के तहत तैयार किया गया था। इस कानून में समलैंगिकता समेत “आर्डर ऑफ़ दि नेचर” के खिलाफ किसी भी यौन गतिविधि को, जो विक्टोरियन आदेश में निषिद्ध थी, अपराध की श्रेणी में रखा गया था। भारत, सांस्कृतिक रूप से एक प्रगतिशील देश रहा है, जहां खजुराहो के मंदिरों का चित्र लेखन और महाभारत में शिखंडी के चरित्र ने [...]

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