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Category Archives: Politics

समलैंगिक अधिकार और भारतीय राजनीति

सुप्रीम कोर्ट ने धारा 377 पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है, लेकिन इस वर्ग ने शायद यह लड़ाई अभी भी आधी ही जीती है। जैसा की केंद्र सरकार कम से कम प्रधानमंत्री अभी तक इस मुद्दे पर लगातार चुप्पी साधे हुए हैं और एक अंतरावलोकन की प्रक्रिया में है। जब एलजीबीटीक्यू + अधिकारों की बात आती है तो भारत का राजनीतिक माहौल “धुंधला और अंधकारमय” हो जाता है। पार्टियां फूंक-फूंक कर कदम रखती हैं, [...]

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राहुल गांधी: क्या ‘युवराज ’से राजा बनने के लिए तैयार हैं?

2019 का लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही, अटकलें दिन प्रतिदिन लगातार बढ़ती जा रही हैं। विपक्षी दल को एक पीएम पद के उम्मीदवार की जरूरत है और उन्हें जल्द ही इसकी आवश्यकता है। इस चुनावी मौसम में हर रोज नाम सामने आते दिखाई दे रहे हैं, उनमें से एक विशेष नाम राहुल गांधी विशेष रूप से उभरकर सामने आ चुका है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कई अवसरों पर यह संकेत दिया है कि वह [...]

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पाकिस्तान के आम चुनाव 2018

एक ही दिन के अंतराल पर भारत और पाकिस्तान ने आजादी प्राप्त की। दोनों पड़ोसी देशों का एक अलग चुनावी इतिहास था, जिनमें काफी अंतर रहा है। भारत के चुनावी इतिहास को कभी-कभी वादविवाद द्वारा बिगाड़ दिया जाता है, जबकि पाकिस्तान के चुनावी इतिहास को सैन्य कूपों द्वारा बार-बार रोका गया है जिसने देश के भीतर लोकतांत्रिक संस्थानों को अस्थिर कर दिया है। पाकिस्तान में 25 जुलाई को संसदीय चुनाव शुरू हो चुके हैं जिसमें [...]

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भीड़तंत्र और हत्या (लिंचिंग)-भारत में नया मानदंड?

जुलाई में एक अच्छे दिन पर, 32 वर्षीय मोहम्मद आजम अहमद सामाजिक समारोह में भाग लेने के लिए कर्नाटक के हैंडिकेरा गाँव जा रहे थे। मोहम्मद आज़म, गूगल के एक इंजीनियर थे और हैदराबाद में कंपनी के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। वह अपने दोस्त मोहम्मद सलमान, नूर मोहम्मद और कतर देश के सलहम ईसाल कुबासी के साथ थे। दोस्तों का समूह एक कप चाय और शाम के नाश्ते के लिए रूका। वही [...]

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महाराष्ट्र बंद–10 प्रमुख घटनाएं

महाराष्ट्र राज्य में आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा व्यापक विरोध प्रदर्शन मंगलवार को काफी हिंसक हो गया जिसने राज्य में लोगों के जीवन को अचानक से स्थिर कर दिया। हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति में तोड़-फोड़ महाराष्ट्र के कई स्थानों पर देखी गई थी जिसमें दुकानों और वाहनों में होने वाले नुकसान की खबर को हर घंटे बताया जा रहा था। हालांकि, मराठा क्रांति मोर्चा ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया, लेकिन ये [...]

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फेक न्यूज : भारतीय समाज को अस्थिर बनाना

भारत और पूरा विश्व फेक न्यूज (फर्जी खबरें) जैसी समस्या से जूझ रहा है, जिसने न केवल समाज की बुनियादी नींव को हिला कर रख दिया है बल्कि जनता के बीच भय भी उत्पन्न कर दिया है। पिछले कुछ सालों में, सोशल मीडिया एक जंगल की तरह बन गया है और फेक न्यूज (फर्जी खबरें) इस सोशल मीडिया जैसे जंगल में आग की तरह फैलती जा रही हैं जो बेवजह नुकसान का कारण बनती है। [...]

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भारत में धर्मनिरपेक्षता और इसकी विवेचना

भारत देश को कई अलग-अलग धर्मों और संस्कृतियों की भूमि माना जाता है जो हजारों सालों से सद्भाव और सह-अस्तित्व की भावना में जी रहा है। भारतीय विविधता आधुनिक भारत की शक्ति और आधार रही है, देश की समावेशी प्रकृति दुनिया के किसी अन्य देश की अपेक्षा अलग है। भारत जैसे देश में धर्मनिरपेक्षता जटिल सामाजिक ताने-बाने के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्राचीन काल से दुनिया के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग धर्मों के [...]

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भारत-बांग्लादेश के बीच संबंध

सन् 1971 में पाकिस्तान के विखंडन के साथ भारतीय उपमहाद्वीप में भारी बदलाव आया था, क्योंकि पूर्वी पाकिस्तान पश्चिम पाकिस्तान से विघटित हो गया था। भारत ने पूर्वी पाकिस्तान में अवामी संघ के नेता शेख मुजीबुर रहमान के नेतृत्व में लगातार संघर्षों का समर्थन किया जिससे बांग्लादेश का गठन हुआ। भारत बांग्लादेश की स्वतंत्रता का मुखर था और इस देश की स्थापना में भारत ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत प्रबल भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक [...]

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जीएसटी बिल क्या है कई वर्षों तक चली बहस चली। गुड्स और सर्विस टैक्स या वस्तु और सेवा कर या जीएसटी के हर पहलू पर चर्चा हुई। पक्ष-विपक्ष में कई तरह के तर्क दिए गए। आखिरकार 3 अगस्त 2016 को जीएसटी से जुड़े संविधान (संशोधन) विधेयक ने राज्यसभा की बाधा भी पार कर ली। इसे भारत में अब तक के सबसे बड़े आर्थिक सुधार के तौर पर देखा जा रहा है। एक देश, एक टैक्स [...]

भारतीय राजनीति में क्या है आम आदमी पार्टी का भविष्य

2012 में इण्डिया अगेंस्ट करप्शन से बाहर आई आम आदमी पार्टी को लगभग 6 साल हो गए हैं, जैसा कि अरविंद केजरीवाल और आईएसी के कई अन्य सदस्यों ने महसूस किया कि आंदोलन तब तक प्रभावी नहीं हो पाएगा जब तक कि उनकी राजनीति में प्रत्यक्ष रूप से भागीदारी न हो जाए। इस प्रकार आम आदमी पार्टी ने भारतीय राजनीति में प्रवेश किया, अन्ना हजारे जो पार्टी के गठन के खिलाफ थे, पार्टी के एक [...]

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