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गणतंत्र दिवस पर एक शानदार भाषण लेखन

January 24, 2019


गणतंत्र दिवस पर एक शानदार भाषण लेखन

क्या आप इस गणतन्त्र दिवस पर एक शानदार भाषण देना चाहते हैं?

चाहे आप एक छात्र हों, शिक्षक हों या एक अकादमिक शोधकर्ता हों, यहां आपके लिये कुछ ऐसी प्रासंगिक जानकारी और तथ्यों का  बिंदु स्रोत है जो आपको एक शानदार भाषण देने में मदद करेगा और जो कोई भी आपके भाषण को सुनेगा जिंदगी भर याद रखेगा।

अपने भाषण को लिखने से पहले, आपको देश के लिये गणतंत्र दिवस के महत्व और प्रासंगिकता को समझना होगा।

गणतंत्र दिवस – 26 जनवरी 1950

  • इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत इससे पहले, भारत सरकार अधिनियम1935 द्वारा शासित था। संविधान 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा पारित किया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।
  • भारतीय संविधान के निर्माता, डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे।
  • क्या आप जानते हैं जो गणतंत्र दिवस परेड आज हम देख रहे हैं, यह पहली बार 1955 में राजपथ पर आयोजित किया गया था। 1950 से 1954 तक, गणतंत्र दिवस समारोह लाल किले, रामलीला मैदान, किंग्सवे कैंप और इरविन स्टेडियम जैसे विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए गए थे।
  • डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे और 26 जनवरी 1950 को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय तिरंगा फहराने वाले प्रथम राष्ट्रपति भी थे। इसी वर्ष प्रेसीडेंट हाउस का नाम बदलकर राष्ट्रपति भवन रखा गया था।
  • 2017 में भारत अपने 68 वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया जायेगा।
  • नई दिल्ली में 2017 में आयोजित होने वाले 68 वें गणतंत्र दिवस समारोह के सम्मान में आबू धाबी शेख मोहम्मद बिन जयाद अल नाहयाल प्रमुख अतिथि होंगे।

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंगीन क्षैतिज पट्टियाँ हैं, जिसे आमतौर पर ‘तिरंगा’ कहा जाता है। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में-

  • केसरिया रंग, साहस और बलिदान की पहचान कराता है।
  • सफेद रंग, ईमानदारी, शांति और पवित्रता की पहचान कराता है।
  • हरा रंग, आस्था, शिष्टता, समृद्धि, जीवंतता और जीवन की पहचान कराता है।
  • नेवी ब्लू रंग में 24 तीलीयों से बने हुऐ अशोक चक्र को ‘धर्म चक्र’ या ‘व्हील ऑफ लॉ’ के नाम से भी जाना जाता है।
  • भारतीय ध्वज को डिजाइन करने का श्रेय पिंगली वेंकय्या को जाता है इन्होंनें भारतीय ध्वज को पहली बार 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा में प्रस्तुत किया गया था।

पिछले गणतंत्र दिवस समारोहों के सम्मान में आये कुछ प्रमुख अतिथि

  • 1950- राष्ट्रपति सुकर्णो, इंडोनेशिया
  • 1951- राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह, नेपाल
  • 1995- गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद, पाकिस्तान
  • 1961- क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय, ग्रेट ब्रिटेन
  • 1976- फ्रांस के राष्ट्रपति जैक, शिराक
  • 1982- किंग जुआन कार्लोस, स्पेन
  • 1988- राष्ट्रपति जयेवर्धने, श्रीलंका
  • 1995- राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, दक्षिण अफ्रीका
  • 2003- राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी
  • 2007- राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, रूस
  • 2014- राष्ट्रपति शिंजो आबे, जापान
  • 2015- राष्ट्रपति बराक ओबामा, यूएसए
  • 2016- राष्ट्रपति फ्रांकोइस होलैंड, फ्रांस
  • 2017- क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन ज़ैद अल नाहयान, अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात

गणतंत्र दिवस परेड और समारोह

भारत में गणतंत्र दिवस परेड, भारत के राष्ट्रपति के साथ अंतर्राष्ट्रीय सम्मानित अतिथि की अध्यक्षता में, राजपथ, नई दिल्ली में हर साल आयोजित किया जाता है। राष्ट्रपति के अपने निवास स्थल राष्ट्रपति भवन से परेड स्थल तक पहुंँचने पर घोड़े की पीठ पर राष्ट्रपति के बॉडी गार्ड (पीजीबी) द्वारा परेड शुरू होता है।

राष्ट्रपति के परेड स्थल पर पहुंचने से पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री, भारतीय सशस्त्र बलों के तीन प्रमुखों के साथ, इंण्डिया गेट में अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

परेड राष्ट्रपति के साथ प्रतिष्ठित सैन्य और नागरिक सेवा के लिए सम्मान प्राप्त करने वाले प्राप्तकर्ताओं का चयन करने के लिये ऑनर्स के साथ शुरू होता है जो सैन्य परेड द्वारा प्रदर्शित किया जाता है यह विजय चौक से शुरू होकर लाल किले में खत्म हो जाता है। इसी दिन भारत अपने शस्त्रागार के नवीनतम हथियारों और उपकरणों के साथ जनता के लिए अपनी सैन्य शक्ति प्रदर्शित करता है।

सैन्य बैंड और सेवाओं के विभिन्न हथियारों, अर्धसैनिक बलों, एनसीसी के तीन दलों के कैडेट, और रंगीन संगीत और नृत्य प्रस्तुत करने वाले स्कूली बच्चों के सामने आने वाले दल अभी तक पीछे नहीं हैं।

परेड के अंत में कई राज्यों से संबधित इतिहास, संस्कृति, परंपराओं और उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाता है। भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों द्वारा उड़ान भरने वाली एक बहुप्रतीक्षित उड़ान के साथ समारोह का समापन होता है।

राजधानी दिल्ली में होने वाला परेड देश भर में अपने प्रारूप और प्रदर्शन के लिये  सबसे अनोखा है, केवल कोलकाता एक लघु संस्करण के साथ दिल्ली का प्रारूप नकल करने के करीब आ रहा है।

बीटिंग रिट्रीट समारोह

यह समारोह नई दिल्ली में विजय चौक के रायसीना हिल्स में गणतंत्र दिवस के तीसरे दिन (29 जनवरी) समारोह के समापन के रूप में आयोजित किया जाता है। तीनों रक्षा सेवाओं और अर्धसैनिक बलों द्वारा तैयार किये गए पीतल और पाइप बैंड एक समय पर एक साथ संगीत और मार्चिंग दृशय में आते हैं। इस समारोह में भारत के राष्ट्रपति के साथ कई वरिष्ठ भारतीय मंत्री, राजनयिक कॉर्प के सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति  भाग लेते है है।

भारतीय राष्ट्रपति की भूमिका
भारत के संविधान के अनुच्छेद 52, भाग वी के तहत, भारत का राष्ट्रपति भारत का प्रशासनिक प्रमुख और भारत का पहला नागरिक है।
राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों का कमांडर-इन-चीफ है और सभी कार्यकारी, विधान और न्यायिक शक्तियाँ उसी के पास होती हैं।

गणतंत्र दिवस पर, राष्ट्रपति परेड में अंतर्राष्ट्रीय सम्मान के प्रमुख अतिथि के साथ आता है और भारतीय ध्वज फहराता है। उसे औपचारिक 21 गन की सालमी दी जाती है और वह गणतंत्र दिवस परेड की अध्यक्षता करता है।

एक शानदार भाषण देना

यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है कि भाषण के अवसर क्या हैं, कौन दर्शक है, आप क्या चाहते हैं या क्या जताना चाहते हैं और आपके पास कितना समय है।

पहला कदम

सभी तथ्यों को बुलेट बिंदुओं में लिखिए, अधिकाशंतः उस क्रम में जिसे आप बोलना चाहते हैं और फिर प्रत्येक अनुभाग में समय आवंटित कर दीजिये।

परिचय महत्वपूर्ण है

‘रिसर्च’ और ‘रिहर्सल’ दो ऐसी चीजें हैं जो आपके भाषण को शानदार बनाती हैं।

आपके भाषण की शुरूआती लाइन बहुत महत्वपूर्ण है इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए इसमें बोले जाने वाले शब्दों के बहुत ध्यान से चयनित करना चाहिए। गणतंत्र दिवस के भाषण की शुरूआत में आप विद्यालय के प्रधानाचार्य / उप प्रधानाचार्य / मुख्य अतिथि / शिक्षकों या अपने साथी छात्रों, दोस्तों का नाम लेकर काफी सम्मान प्राप्त कर सकतें हैं। जैसे- गणतंत्र दिवस के अवसर पर।

गणतंत्र दिवस का महत्व

राष्ट्र के लिए गणतंत्र दिवस के महत्व पर संक्षेप में बताएं कि इसे हर साल क्यों मनाया जाता है भारत के संविधान के महत्व के बारे में बताएं जिस आधार पर देश खड़ा है। आप डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का भी उल्लेख कर सकते हैं। मसौदा कमेटी के अध्यक्ष के रूप में अम्बेडकर की भूमिका में संविधान तैयार किया था।

उपरोक्त बताए गए अंकों से गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्यों का प्रयास करें।

भारतीय ध्वज

इसके बाद, ‘इंडियन फ्लैग’ पर जाएं और तिरंगा के इतिहास और उसके महत्व के बारे में कुछ बोलें। लोगों को समझाएं कि तीन रंग और अशोक चक्र क्या प्रतिनिधित्व करते हैं और यह ध्वज कैसे देश को एकजुट करने में एकता और देशभक्ति का प्रतीक है।

इस बिंदु पर, आप कुछ ऐसे दिग्गजों के नामों को याद कर सकते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी। लंबी सूची में काफी दिग्गज हैं, इसलिए नामों को सावधानी से चुनें, लेकिन कुछ शब्दों से प्रत्येक के योगदान का उल्लेख करें। याद रखें, आपको प्रत्येक अनुभाग के लिए एक समय रेखा निर्धारित करना चाहिए और भाषण की भाषा धारा प्रवाह में होनी चाहिए।

भाषण के लिए एक समय सीमा तैयार करना

एक अच्छे भाषण में वक्ता समयरेखा का अनुसरण करता है और उसके द्वारा निर्धारित समय के भीतर भाषण समाप्त करता है। प्रत्येक अनुभाग में लिया गया समय जांचें यदि किसी अनुभाग में अधिक समय लग रहा है तो उस खंड में शब्दों की संख्या कम कर दें, और यदि किसी अनुभाग में समय कम लग रहा है तो खंड में शब्दों की संख्या में वृद्धि कर दें।

रिहर्स, रीहेर्स और रेहर्स

शब्द महत्वपूर्ण हैं लेकिन आपकी आवाज़ का स्वर और दृढ़ विश्वास अधिक महत्वपूर्ण है। महान वक्ता अपने शब्दों को सावधानी से चुनते हैं, कई बार पढ़ते हैं और एक लोकप्रिय भाषा में भाषण देने का प्रयास करते हैं।
आपके द्वारा बोले जाने वाले प्रत्येक शब्द पर आपको विश्वास होना चाहिए। भाषण लेखन करते समय, महत्वपूर्ण शब्दों पर ध्यान देना चाहिए यह आपको एक अच्छा भाषण देने में मदद करेगा।

आँख से संपर्क बनाए रखना
अपने भाषण के दौरान आप सभी पर जैसे मुख्य अतिथि, प्राचार्य, शिक्षक, छात्रों आदि पर नियिमत रूप से नजर डालते रहें, लेकिन किसी एक व्यक्ति पर 2 या 3 सेकेण्ड से अधिक आंखों का संपर्क न बनायें।

उपर्युक्त सभी का पालन करें इससे आपको एक अच्छा भाषण देने का आश्वासन दिया जा सकता है जिसे हर कोई लंबे समय तक याद रखेगा।

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