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भारत के टॉप बोर्डिंग स्कूल

July 16, 2017


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भारत में कुछ सबसे प्रसिद्ध और अच्छी रैंक वाले बोर्डिंग स्कूल हैं। इन स्कूलों ने देश में कुछ प्रतिभाशाली शैक्षणिक प्रतिभाओँ, खिलाड़ियों और प्रशासकों को प्रस्तुत किया है। यहाँ पर देश के शीर्ष नौ बोर्डिंग स्कूलों की सूची है। जो कि अपनी शिक्षा, खेल की परंपराओँ, संस्कृति, अनुशासन, सामुदायिक सेवा, बुनियादी ढाँचे, अतिरिक्त गतिविधियों और विद्यार्थियों के समग्र विकास के आधार पर श्रेष्ठ हैं।

भारत के अधिकतर बोर्डिंग स्कूलों में आवेदकों द्वारा संबंधित प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद ही प्रवेश मिलता है। स्कूलों में अलग-अलग कक्षाएं हैं, जिसमें आप अपनी इच्छानुसार प्रवेश ले सकते हैं। माता–पिता को सलाह दी जाती है कि अपने बच्चे का प्रवेश बोर्डिंग स्कूल में करवाने से पहले शिक्षा बोर्ड, पाठ्यक्रम, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों तथा छात्र भ्रमण से संबंधी आवश्यक जाँच प्राप्त कर लें।

1. दून स्कूल, देहरादून, उत्तराखंड

दून स्कूल की स्थापना वर्ष 1935में सतीश रंजन दास द्वारा की गई थी, देहरादून का दून स्कूलपूर्णतया लड़कों का बोर्डिंग स्कूल है, जो देश में सबसे अधिक माँग वाला स्कूल है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी दून स्कूल के सबसे प्रसिद्ध भूतपूर्व छात्रों में से एक हैं।

स्कूल – लड़कों के लिए

बोर्ड / संबद्धता –

  • कक्षा X (दसवीं) – 2016 तक आईसीएसई तथा 2017 से आईजीसीएसई
  • कक्षा XII (बारहवीं) – आईएससी या आईबी

सुविधाएं – दून स्कूल की महानतम विशेषताओ में अत्याधुनिक पुस्तकालय, संगीत प्रयोगशाला और कला स्कूल, खेल प्रशिक्षण और चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं। यहाँ छात्रों को विभिन्न साहसिक यात्राओं और भ्रमण पर ले जाया जाता है। छात्रों को गोल्फ, बैडमिंटन और मुक्केबाजी जैसे विभिन्न खेलों की गतिविधियों के साथ-साथ थिएटर एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

2. मायो कालेज, अजमेर, राजस्थान

मायो कॉलेज, मायो के 6वें अर्ल तथा भारत के पूर्व वाइसराय, रिचर्ड बोर्के द्वारा 1875 में स्थापित किया गया था। यह देश के सबसे पुराने सार्वजनिक बोर्डिंग तथा सीबीएसई के संबद्ध मे सबसे अच्छे स्कूलों में से एक है। मायो कालेज केवल लड़कों का बोर्डिंग स्कूल है और मायो कालेज गर्ल्स स्कूल केवल लड़कियों का बोर्डिंग स्कूल है। मायो कॉलेज भारत के कई राजसी और सेलिब्रिटी बच्चों की मातृसंस्था रहा है। नौसेना स्टाफ के वर्तमान चीफ, चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने अपनी शिक्षा मायो कॉलेज से ही प्राप्त की है।

स्कूल – लड़कों के लिए

बोर्ड / संबद्धता – सीबीएसई

सुविधाएं – मायो कालेज अपनी समृद्ध विरासत और आलीशान स्कूल परिसर के लिए जाना जाता है। स्कूल में छात्रों के लिए कई तरह के खेल, कला और सांस्कृतिक गतिविधियों की सुविधा प्रदान की जाती है। मायो कॉलेज अपने परिसर में विशाल पुस्तकालय, संग्रहालय और उन्नत प्रयोगशालाओँ के साथ, अपने छात्रों के लिए हर प्रकार की श्रेष्ठता प्रदान करता है।

3. बिशप कॉटन स्कूल, शिमला, हिमाचल प्रदेश

यह स्कूल 1859 में बिशप जॉर्ज एडवर्ड लिंच कॉटन द्वारा स्थापित किया गया था। बिशप कॉटन स्कूल भारत के सबसे पुराने और सबसे अच्छे बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। कई वर्षों से बिशप कॉटन स्कूल ने कई राजनेताओं तथा राजनीतिज्ञों, राजनायिकों, न्यायाधीशों और सशस्त्र बलों की सेवा के अधिकारियों को प्रस्तुत किया है। प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉण्ड और प्रभावशाली व्यापारी व्यक्ति रतन टाटा बिशप कॉटन स्कूल के भूतपूर्व छात्र हैं। बिशप जॉर्ज एडवर्ड लिंच कॉटन ने ही बैंगलोर में बिशप कॉटन स्कूल और बिशप कॉटन गर्ल्स स्कूल (यह भी बैंगलोर में) की स्थापना की थी।

स्कूल – लड़कों के लिए

बोर्ड / संबद्धता –

  • कक्षा X (दसवीं) – आईसीएसई
  • कक्षा XII (बारहवीं) – आईएससी

सुविधाएं – बिशप कॉटन स्कूल आधुनिक पुस्तकालय से एक स्विमिंग पूल, पार्क,आंतरिक युद्ध स्मारक और चैपल (चर्च) तक सब कुछ प्रदान करता है। इस स्कूल में अन्य सामाजिक गतिविधियों के अलावा ललित कला और खेलों की संस्कृति पर जोर दिया जाता है।

4. वेलहम गर्ल्स स्कूल, देहरादून, उत्तराखंड

देहरादून में वेलहम गर्ल्स स्कूल परंपरागत भारतीय मूल्यों और सीखने की संपूर्ण प्रणाली पर जोर देता है। वेलहम गर्ल्स स्कूल 1957 में स्थापित किया गया था और देश भर से विशेष अधिकार प्राप्त लड़कियों के लिए सबसे अधिक माँग वाले स्कूल में से एक रहा है। नजदीक के वेलहम ब्वॉयज स्कूल केवल लड़कों को प्रवेश प्रदान करता है, जबकि वेलहम गर्ल्स स्कूल लड़कियों का स्कूल है।

स्कूल – लड़कियों के लिए

बोर्ड / संबद्धता –

कक्षा X (दसवीं) – आईसीएसई

कक्षा XII (बारहवीं) – आईएससी

सुविधाएं – आप इसमें नियमित खेल विकल्पों के अलावा संगीत, शास्त्रीय और समकालीन नृत्य के प्रकार, शिल्पकारी, फोटोग्राफी, विदेशी भाषाएं और नाट्यकी में प्रशिक्षण प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं।

5. ऋषि वैली स्कूल, चित्तूर, आंध्र प्रदेश

1926 में, दार्शनिक जिद्दु कृष्णमूर्ति ऋषि ने ऋषि वैली स्कूल की स्थापना की थी। यह स्कूल जिद्दु कृष्णमूर्ति की सामाजिक सेवा और पर्यावरण सक्रियता पर शैक्षणिक दृष्टि का पालन करता है। यह एक विशाल हरियाली वाले क्षेत्र में स्थित है और देश के बोर्डिंग स्कूलों में से एक है।

स्कूल – लड़कों और लड़कियों के लिए

बोर्ड / संबद्धता – आईबी और आईएससी

सुविधाएं – ऋषि वैली स्कूल, शिक्षाविदों और समग्र सीखने की प्रक्रियाओं पर जोर देता है। यह स्कूल कई सांस्कृतिक गतिविधियों (कार्यों) का प्रशिक्षण प्रदान करता है, संगीत और नृत्य प्रशिक्षण के लिए यह एक प्रसिद्ध स्कूल है। स्कूल की खेल संस्कृति भी छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय है।

6. शेरवुड कॉलेज, नैनीताल

100 साल से अधिक पुराना शेरवुड कॉलेजनैनीताल में एक अयांरपाटा पहाड़ी पर स्थित है और इस स्कूल में एक विशाल परिसर है। यह बोर्डिंग स्कूल भारत में 1869 में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किया गया था।

स्कूल – लड़कों और लड़कियों के लिए

बोर्ड / संबद्धता – सीआईसीएसई

सुविधाएं – शेरवुड कॉलेज शिक्षाविदों, खेलऔर अतिरिक्त पाठ्यचर्य गतिविधियों के अलावा, पुस्तकालय, खेल का मैदान, बस परिवहन, कंप्यूटर प्रयोगशालाऔर विज्ञान प्रयोगशाला की सुविधाएं भी प्रदान करता है।

7. सिंधिया स्कूल, ग्वालियर

1897 में स्थापित, सिंधिया स्कूल ग्वालियर किले के बहुत करीब स्थित है। स्कूल को पहले केवल शाही परिवारों को शिक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया था, लेकिन आज पूरे देश से छात्र बिना किसी भेदभाव के दाखिला ले सकते हैं।

स्कूल – लड़कों के लिए

बोर्ड / संबद्धता – सीबीएसई

सुविधाएं: स्कूल में एलसीडी प्रोजेक्टरके साथ ऑडियो-विजुअल विभाग की सुविधा, कैरियर मार्गदर्शन केंन्द्र, टिकेट और एस्कॉर्टिंग सेवाओं के लिए ट्रैवल डेस्क और स्कूल प्रसारण प्रणाली अच्छी तरह से उपलब्ध है। तीरंदाजी, घोड़े की सवारी, शूटिंग, फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, क्रिकेट, क्रॉस कंट्री, टेबल टेनिस, स्क्वाश, लॉन टेनिस, तैराकी, स्केटिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स, स्कूल क्लब, सोसाइटी और टूर्नामेंट स्कूलों द्वारा प्रदान की जाने वाली कई अतिरिक्त पाठ्यचर्य गतिविधियां हैं।

8. डेली कॉलेज, इंदौर

1905 में सर ह्यूग डेली द्वारा स्थापित, डेली कॉलेज भारत का प्रसिद्ध डे बोर्डिंग स्कूल है। शिक्षावर्ती भारत द्वारा वर्ष 2015 में इसे सह-बोर्डिंग स्कूल रैंक में पहला स्थान दिया गया था।

स्कूल- लड़कों और लड़कियों के लिए

बोर्ड / संबद्धता- सीबीएसई

सुविधाएं: रिकॉर्डिंग स्टूडियो, फिजियोथेरेपी प्रयोगशाला, रमेश मित्तल लर्निंग सेंटर, कालूखेड़ा शूटिंग रेंज, परिवहन और संजय अग्रवाल संसाधन केंद्र।

9. सेंट पॉल स्कूल, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल

सेंट पॉल स्कूल की स्थापना सबसे पहले कलकत्ता में हुई थी और बाद में इसे हिमालय के बीच दार्जिलिंग में छात्रो को एक उत्साहपूर्ण वातावरण प्रदान करने के लिए स्थानांतरित कर दिया गया। यह स्कूल छात्रों कोअपने बारे में बेहतर सोचने और जीवन में श्रेष्ठ मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित करता है।

स्कूल- लड़कों के लिए

बोर्ड / संबद्धता-आईसीएसई

सुविधाएं: योग्य डॉक्टर, टेनिस और अन्य खेल के मैदान, छात्रावास, खेल के मैदान।