सलेम शहर का नक्शा

सलेम शहर का नक्शा

सलेम शहर का नक्शा
* ऊपर दिया हुआ सलेम शहर का नक्शा (मानचित्र) प्रमुख सड़कों, रेलवे, होटल तथा तमिलनाडु के महत्वपूर्ण स्थलों को दर्शाता है

सलेम जिले का एक शहर और नगर निगम, सलेम तमिलनाडु में स्थित है। यह शहर राज्य के अन्य प्रमुख शहरों जैसे बेंगलुरु, चेन्नई और कोयम्बटूर के निकट स्थित है। यह शहर पहाड़ियों और प्राकृतिक परिदृश्य से घिरा हुआ है, जो कई छोटी-छोटी पहाड़ियों से चिन्हित है। ‘सलेम’ शब्द सेला या शालया से लिया गया है, जो पहाड़ियों से घिरे हुए शहर को संदर्भित करता है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, तमिल कवि अववययार का जन्म सलेम में ही हुआ था। सलेम जिला तमिलनाडु का पाँचवां सबसे बड़ा शहर है और यह 5,245 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। भौगोलिक दृष्टि से, यह शहर 11.39 डिग्री उत्तर और 78.8 डिग्री पूर्व में स्थित है। इसकी औसतन ऊँचाई 278 मीटर है। यहाँ की थिरुमानीमुथर नदी, इस शहर के बीच से निकली है, जो इस शहर को दो भागों में विभाजित करती है।

 

इस शहर में कई यात्रा करने योग्य स्थान भी हैं, जो न केवल लोकप्रिय हैं, बल्कि यह पर्यटकों को भी काफी आकर्षित भी करते हैं। यरकौड शहर में एक पहाड़ी गंतव्य भी है, जो किसी समय कडू जंगल से घिरा हुआ था। यह स्थान देश के सबसे छोटे मूल्यवान पहाड़ी गंतव्य के रूप में भी जाना जाता है। लेडी की सीट एक प्राकृतिक चट्टानी संरचना है, जो दर्शकों का एक बहुत ही बेहतरीन दर्शनीय स्थल मानी जाती है। इस शहर में कई तीर्थ स्थल भी हैं, जिनका एक अपना धार्मिक महत्व है। ऐसे कुछ स्थानों में कोट्टाई मारिमान मंदिर, बनेश्वर मंदिर, स्कंदाश्रम, कोट्टाई पेरुमल मंदिर, सिद्धार कोविल, लेचलर मेमोरियल चर्च और जामा मस्जिद आदि शामिल हैं।

 

यह शहर हथकरघा, विशेष रूप से रेशम और कपास के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। यह राज्य के मुख्य वस्त्र केंद्रों में से एक है और इसमें 125 कताई मील और वस्त्र विनिर्माण तथा बुनाई इकाइयाँ भी मौजूद हैं। हाल ही में, भारत सरकार ने इस शहर को एक वस्त्र निर्यात करने वाले क्षेत्र के रूप में मान्यता प्रदान की है। इस क्षेत्र में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की एक संस्था सेलम स्टील प्लांट भी स्थापित है, जो स्टेनलेस स्टील और कार्बन स्टील का उत्पादन करने का कार्य करती है। यह क्षेत्र खनिज अयस्कों से भी समृद्ध है, जिसमें पूरे भारत की अपेक्षा यहाँ बॉक्साइट और मैग्नेसाइट की सबसे अधिक मात्रा संचित है। सेलम कई प्रसिद्ध कंपनियों का घर है, जिसमें सबसे पुरानी आटा मिल कंपनियों में से एक नंदी दाल मिल, तमिलनाडु की एक प्रसिद्ध कॉफी कंपनी नरसस कॉफी और बीएसपी रिफाइनरीज आदि जैसी कुछ कंपनियाँ शामिल हैं। यह शहर विकास के मार्ग पर अग्रसर है, क्योंकि इस शहर में इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ तमिलनाडु लिमिटेड (ईएलसीओटी) और तमिलनाडु सरकार आईटी पार्क बनाने की योजना बना रहे हैं। दूसरी ओर सेल भी एक सेलम स्टील प्लांट के तहत एक स्टील स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईजेड) बनाने की योजना बना रहा है।

 

यह स्टार्च और साबूदाना उत्पादों के लिए एक राष्ट्रीय केंद्र और कृषि उत्पादों के लिए एक शहरी बाजार के रूप में मशहूर है। कृषि उद्योग के उत्पादों की बिक्री के लिए लेह बाजार, सलेम का सबसे बड़ा क्षेत्रीय बाजार है। सलेम जिले में इस बाजार की स्थापना वर्ष 1840 में की गई थी और यह अभी भी भली-भाँति शुचारू रूप से क्रियान्वित है। सेवापत, जो सलेम की दलाल स्ट्रीट और शहर का वाणिज्यिक केंद्र है, यह सोना, चाँदी, तेल, अनाज, खनिज और टेक्सटाइल्स आदि जैसी कई अन्य वस्तुओं का क्रय-विक्रय करता है।

 

कैसे पहुँचे?

 

एनएच-7, एनएच-47 और एनएच-68 इस शहर के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जो इस शहर से गुजरते हैं। एसएच-168 और एसएच-18 जैसे राज्य के राजमार्ग भी इस शहर से गुजरते हैं, जिसके कारण यह दूसरे शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सलेम और इसके कुछ अन्य पड़ोसी शहरों में बस सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। यह शहर सेलम जंक्शन रेलवे नेटवर्क के माध्यम से दूसरे शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। सेलम-बेंगलुरु राजमार्ग में सलेम हवाई अड्डा भी बना है, लेकिन यह गैर-परिचालन में है। कोयम्बटूर, तिरुचिरापल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों के हवाई अड्डे, इस शहर के नजदीकी हवाई अड्डे हैं।