चेन्नई शहर का नक्शा

चेन्नई शहर का नक्शा

चेन्नई शहर का नक्शा
*ऊपर दिया हुआ चेन्नई शहर का नक्शा राष्ट्रीय राजमार्ग, सड़क, रेलवे, नदी, तथा शहर के प्रमुख स्थानों को दर्शाता है|

तमिलनाडु की राजधानी के रूप में विख्यात चेन्नई शहर को पहले मद्रास नाम से पुकारा जाता था। यह बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित है।चेन्नई भारत का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला महानगर है। सन् 2011 की जनगणना के अनुसार चेन्नई की जनसंख्या 7,088,000 है।चेन्नई शहर को नगरनिगम द्वारा संचालित किया जाता है जिसमें महापालिकाध्यक्ष और परामर्शदाता शामिल होते हैं।

 

शहर की समृद्ध अर्थव्यवस्था का श्रेय उसके प्रमुख उद्योगों – ऑटोमोबाइल,सॉफ्टवेयर सेवाएं,हार्डवेयर विनिर्माण,पेट्रोकेमिकल्स,वस्त्र और वित्तीय सेवाओं को दिया जाता है।

 

चेन्नई का इतिहास

 

तीसरी शताब्दी की शुरुआत से 9वीं शताब्दी के अंत तक, इस क्षेत्र पर पल्लवों का ही शासन रहा।वर्ष 879 ईस्वी में आदित्य-1 द्वारा पल्लवों को पराजितकर देने के बाद से यह क्षेत्र चोल शासकों के अधीन हो गया था, परन्तुवर्ष 1264 ईस्वी के बाद,जाटवर्मन सुंदर पांड्या के शासन काल के साथ ही इस क्षेत्र में पांड्या शासन स्थापित हो गया। इसके बाद यह बहमनी राज्य और खिलजी वंश के दिल्ली सल्तनत के भी अधीन रहा। वर्ष 1361 ईस्वी के दौरानविजयनगर के राजा के बेटे कुमारा कंपाना द्वितीय नेइस क्षेत्र को जीतकरविजयनगर का विस्तार करते हुई टोंडाईमंडलम नाम के एक नये प्रांत की स्थापना की थी।

 

वर्तमान चेन्नई शहर के क्षेत्र प्रभारी रहे वेंकटपति नायक, विजयनगर के प्रमुख शासकों में से एक थे, इन्होंनेवर्ष 1639 ईस्वी में अपने राज्य की भूमि का कुछ हिस्सा अंग्रेजों को दे दिया था। इस बेकार भूमि के क्षेत्र पर फोर्ट सेंट जॉर्ज को एक व्यापारिक साधन के रूप में स्थापित किया गया।वेंकटपति नायक के पिता चेन्नप्पा नायक के सम्मान मेंकिले के चारों ओर चेन्नापट्टणम एक समझौते के रूप में लिखा गया था।

 

मद्रासपट्टनम और चेन्नापट्टणम के नाम से जाने जाने वाले पुराने क्षेत्रों के मध्य आबादी वाले नये घरों को जल्द ही बसाया गया था परन्तु उन दोनो गाँवों ने विकसित होकर धीरे-धीरे लगभग एक ही शहर का रूप ले लिया है।

 

चेन्नई एक ऐसे समृद्ध ऐतिहासिक विरासत  है,जो शहर को एक अकथनीय आकर्षण बनाती है।16वीं शताब्दी मेंडच और ईस्ट इंडिया कंपनी का अनुसरण करते हुए पुर्तगाली भी यहाँ आ पहुँचे।

 

अंग्रेज इस शहर में अपनी निर्विवादित सर्वोच्चतास्थापित करने में सक्षम रहे और फोर्ट सेंट जार्ज ब्रिटिश प्राधिकरण को उत्पन्न करने व विकसित करने का मुख्य केन्द्र बन गया।धीरे-धीरे यह शहर, दक्षिण भारत में ब्रिटिशों के लिएनौ सेना और केंद्रीय प्रशासन का एक प्रमुखआधार बन गया।

 

सन्1947 में भारतीय स्वतंत्रता के बाद, इस शहर को मद्रास राज्य की राजधानी बना दिया गया। मद्रास राज्य का नाम बाद में तमिलनाडु कर दिया गया था।जो शहर, मद्रास के नाम से जाना जाता था,उसको 17 जुलाई सन् 1996 को आधिकारिक तौर पर चेन्नई के रूप में एक नये नाम में परिवर्तित कर दिया गया था।

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चेन्नई और उसके आसपास के पर्यटन स्थल

 

पिछले कुछ वर्षों से चेन्नई, भारत का एक बहुचर्चित पर्यटन स्थल बन गया है।इस शहर में पर्यटकों को आकर्षित करने वाले कई केन्द्र स्थित हैं,जिनका आनंद लेने के लिए हर साल बहुत सारे आगंतुक अक्सर यहाँ आया करतेहैं।

 

उनमें से कुछ निम्न हैं-

 

मरीना बीच -अपनी चमकदार सुनहरी रेत और समुद्र की नीली पट्टी के साथ यह दुनिया का दूसरा सबसे लंबा समुद्र तट माना जाता है।

 

कपलेश्वर मंदिरयह पवित्र मंदिर एकद्रविड़ वास्तुकला के साथ,10वीं शताब्दी में विजयनगर राजाओं द्वारा बनवाया गया था।ऐसा कहा जाता है कि मूल कपलेश्वर मंदिर7वीं सदी में पल्लवों द्वारा बनवाया गया था औरपुर्तगालियों द्वारा सैन थॉम चर्च बनाने के लिएउसेध्वस्त कर दिया गया था।

 

सैन थॉम कैथेड्रल बैसीलिका -इसे संतहॉम चर्च भी कहा जाता है।इसे,ईसा मसीह के बारह अनुयायियों में से एक माने जाने वालेसेंट थॉमस की कब्र पर बनाया गया है।

 

पार्थसारथी मंदिर -मूल रूप से पल्लवों द्वारा निर्मित आठवीं सदी का यह हिंदू वैष्णव मंदिर, मुख्य रूप से भगवान कृष्ण को समर्पित है जिसे भगवान विष्णु के 108 निवासों या पवित्र निवास स्थानों में से एक माना जाता है।

 

अरीग्नर अन्ना प्राणी उद्यान - 6.02 वर्ग कि.मी.के क्षेत्र में फैला हुआ यह प्राणी उद्यान, दक्षिण-पूर्वी-एशिया के सबसे बड़े प्राणीसंग्रहालयों में से एक है।

 

सैन थोमे बेसिलिका, मारुन्धीश्वर मंदिर–कहा जाता है कियहाँपर शिव लिंग एक प्राकृतिक रूप में स्थित है,जिसे किसी के द्वारा तराशा नहीं गया है। प्रचलित कथाओं में कहा गया है कि इस शिव लिंग पर सर्वप्रथम एक दिव्य गाय (कामधेनु) ने अपना दूध भगवान को अर्पित किया था,जिसकी वजह से इसका रंग सफेद है।

 

अष्टलक्ष्मी कोविल - यह मंदिर श्रीमान नारायणन/ श्री महाविष्णु की पत्नी श्री महालक्ष्मी को समर्पित है। वेदों और पुराणों में लिखा है कि देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति देवताओं और असुरों द्वारा किये गये सागर मंथन के समय एक महासागर से हुई थी। उस समय इस महासागर से आठ महासिद्धियाँ (अष्ट सिद्धि) और आठ महौषधियाँ(अष्ट इश्वरम) भी उत्पन्न हुई थीं।

 

फोर्ट सेंट जॉर्जइस किले कोभारत में ब्रिटिशों की पहली स्थापना और औपनिवेशिक काल से संबंधित अवशेष के रूप में माना जाता है इसलिए इस किले की महान ऐतिहासिक प्रतिष्ठा है।

 

विवेकानंदर ईल्लम-प्रसिद्ध विवेकानंद हाउस को श्री रामकृष्ण मठ ने बनवाया  है जो चेन्नई में एक महत्वपूर्ण भूमि स्थल माना जाता है क्योंकि स्वामी विवेकानंद पश्चिम से अपने विजयी वापसी के बाद नौ दिनों तक यहाँ रहे थे।

 

सरकारी संग्रहालय -कोलकाता के संग्राहलय केबादयह दूसरा सबसे पुराना संग्रहालय है। अब यह छह स्वतंत्र भवनों में विस्तृत कर दिया गया है।इसमें पुरातात्विक,सिक्कात्मक और सबसे बड़े रोमन संग्रह के रूप में 46 अनोखे बरामदे स्थित है।

 

साँप पार्क –बच्चों के पार्क के आस-पास स्थित किंग कोबरा (नागराज),अजगर,कछुए, और मॉनीटर छिपकली जैसे कुछ लोकप्रिय सरीसृपों का यह एक प्रभावशाली संग्रह है। विष का निष्कर्षण, यहाँ की एक आकर्षक गतिविधि है।

 

गुइंडी राष्ट्रीय उद्यान–2.70 कि.मी. में फैला हुआ गुइंडी राष्ट्रीय उद्यान बहुत ही अनोखा है,क्योंकि यह उष्ण कटिबंधीय, शुष्क, सदाबहार, साफ और कांटेदार जंगलों की उपस्थिति के साथ आसामान्य वनस्पतियों का समर्थन करता है।यह सौ वर्ष पुराने विशाल बरगद वाले पेड़ों सहित 350 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है,जिसमें दुर्लभ जानवर, पक्षी और सरीसृप आदि शामिल हैं।

 

कोवेलोंग –आकर्षक और रंगीन समुद्र के गोले और आकर्षक ताड़ के पेड़ों वाला यह समुद्र तट अपनी चमकदार सफेद रेत के साथ,पर्यटकों के लिए एक मनोरम दृष्टि प्रदान करता है।सेंट थॉमस माउंट- यह सन् 1514 के आस-पास बनाया गया एक पुराना पुर्तगाली चर्च है जो एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है। इस क्षेत्र को ईसाई धर्म के प्रचारकर सेंट थॉमस का शहीदस्थल माना जाता है।

 

इलियट का समुद्र तट –साफ-सुथरे तट होने के नाते आराम से बैठने और धूप सेंकने के लिए इसे चेन्नईका एक लोकप्रिय स्थान माना जाता है। यह क्षेत्र, मरीना समुद्र तट पर दक्षिण दिशा की ओर विस्तृत रूप में फैला हुआ है।

 

चेन्नई में इनके अलावा और भी कई ऐसे स्थान हैं, जो यात्रा प्रेमियों द्वारा सामान्य रूप से पसंद किए जाते हैं। इनमें से कुछ स्थान निम्न हैं-

 

महाबलीपुरम - यह 7वीं शताब्दी का एक विशेष समुद्र तटीय मंदिर हैं, जो आकर्षक वास्तु डिजाइन और नक्काशियों वाला है। यहाँ मगरमच्छका एक बहुत बड़ा फार्म भी है,जो कि सरीसृपों के लिए एक प्रजनन स्थल माना जाता है। खुले वातावरण में रहने वाले मगरमच्छों को ध्यानपूर्वक देखा जा सकता है।

 

पुलिकट –यह समुद्र तट चेन्नई शहर से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राजहंस देखने के लिए यह स्थान सबसे अच्छा जाना जाता है। समुद्र तट के क्रिया-कलाप भी इस क्षेत्र का एक आकर्षण है।कहा जाता है कि अक्टूबर से मार्च के बीच लगभग 20,000 से अधिक प्रवासी पक्षी प्रजनन के लिए पुलिकट की यात्रा करते हैं।

 

कांचीपुरम –यह भारत के सात पवित्र शहरों में से एक है, यह अपने भव्य ढाँचे और स्थापत्य कौशल के साथ विभिन्न राजवंशी हिंदू मंदिरों का खजाना माना जाता है। यहाँ की सबसे विश्वसनीय रेशम साड़ियां व कांजीवरम साड़ियाँ, साड़ी प्रेमियों की पसन्द के लिए बहुचर्चित है।

मामल्लापुरम - 7वीं और 8वीं सदी से पल्लव राजवंशों की यादों को समाहित किये हुए यह शहर विदेशी आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।इसके अतरिक्त इस शहर केसमुद्र तट, समुद्र तटीय मंदिर, पांच रथ और मूर्तिकला की दुकानें आदि प्रत्येक वर्ष यहाँ आने वाले लाखों स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।

गुड़ीयम गुफाएं - सन् 1863 में ब्रिटिश भूविज्ञानी रॉबर्ट ब्रूस फुटे ने जब पुरातात्विक अनुसंधान को खोला,तो उसमें से पाषाण युग में मानव निर्मित पत्थर की कुल्हाड़ी प्राप्त हुई,जो इस जगह पर 1,00,000 वर्ष पुराने  पुरापाषाण युग के पुरातात्विक प्राचीनता का सबूत मानी गयी है।

वेदांतंगल – यहचेन्नई से 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थितएकझील है,जो 122 मीटर ऊँची है। इसको सन् 1858 में पक्षी अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था। यह स्थान,नवम्बर से मार्च तक के नम-शीतोष्णमौसम में संसार के विभिन्न स्थानों से आने वाले डार्टर, एग्रेट्स, ग्रे हवासील, ग्रे हेरोन, ग्रेबस, साइबेरियाई सारस चित्रित, स्पॉट बिल डक, टील्स और सफेद आइबिस जैसेहजारों पक्षियों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है।

तिरुपति-  सात मनोरम पहाड़ियों और बारहमासी झरनों, हरी-भरी घाटियों और सफेद जंगलों से घिरा हुआ श्री वेंकटेश्वर जी का मंदिर, तिरुपति के सबसे पवित्र और प्राचीन मंदिरों में से एक है जहाँ तीर्थयात्रियों की लम्बी-लम्बी कतारें देखने को मिलती  हैं। वाहन द्वारा चेन्नई सेतिरुपति तक जाने में लगभग साढ़े तीन घंटे का समय लगता है।

वेल्लोर - यह प्राचीन शहर, मुख्य रूप से दक्षिण भारत पर शासन करने वाले सभी राजवंशोंकी राजधानी रहा है जो अभी भी अपने अवशेषों के शाही अतीत को दर्शाता है। इस शहर ने अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता के पहले युद्ध के दौरान एक महत्वपूर्णभूमिकानिभाईथी। यह शहर,किलों,मंदिरों व बहुत से पिकनिक स्थलों सेभरपूर है।यहाँ परअमेरिका देश के द्वारा स्थापित किया गया एकक्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज भी है जो भारत के बेहतरीन अस्पतालों में से एक माना जाता है और पूरे देश से बहुत से छात्रों और मरीजों को अपनी तरफ आकर्षित करताहै।

पांडिचेरी –अब पुडुचेरी कहा जाने वाला शहर, सन् 1954 तक फ्रांसीसी उपनिवेशिक शहर था। पुराना शहर ने तो अभी भी अपने शांत माहौल वाले शहरी घरों, साफ-सुथरे सड़कों और फ्रांसीसी भोजन की दुकानों के साथ अपने औपनिवेशिक काल के दृश्य को बनाये रखा है।यह शहर,श्री अरबिंदो आश्रम की उपस्थिति के कारणअंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध है,जो आध्यात्मिक प्रवृति के आगंतुकों को एक बड़ी संख्या में आकर्षित करता है।

नेल्लौर - सोने के गहने,जलीय कृषि व धान के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध नेल्लौर शहर में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के अलावा, शांत और ताजा मायपाडु समुद्र तट और पुलिकट झील सह पक्षी अभ्यारण आदि पर्यटकों के लिए अति सुदंर प्राकृतिक आकर्षण केन्द्र उपलब्ध हैं। वाहन द्वारा चेन्नई से नेल्लौर तक जाने में लगभग साढ़े तीन घंटे का समय लग जाता है।

येलगिरी –यदि आप चेन्नई से येलगिरी तक किसी वाहन द्वारा जाते हैं,तो लगभग पांच घण्टे का समय लगेगा।यह सप्ताहिक छुट्टियाँ बिताने का एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है।ट्रेकिंग ट्रेल्स पैराग्लाइडिंग, आगतुकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण माना जाता है। पुंगनूर झील, वेल्वन मंदिर, जलगामपरई झरने और प्राकृतिक पार्क,एक बहुत ही शानदार दृश्य प्रस्तुत करते हैं।

ट्रैन्केबार/ थारंगाबाड़ी–चेन्नई से ट्रैन्केबार तक पहुँचने में लगभग छ: घण्टे का समय लग जाता है। यह ‘गायन तरंगों की जगह(थारंग का मतलब लहर) एक डेनिश कॉलेनी था। किला डेन्सबोर्ग, अपनी  दीर्घकालीनडेनिश वास्तुकला को अभी भी बनाये हुए है जोजियोन चर्च के साथ पर्यटकों के लिए एक आकर्षण केन्द्र और प्राचीन मसिलामनी मंदिर के रूप में जाना जाता है।

इस शहर में देश के कुछ बेहतरीन शैक्षणिक संस्थान भी हैं।

चेन्नई में शैक्षिक संस्थान

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास
  • अन्ना विश्वविद्दालय
  • कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग,गुइंडी
  • सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट
  • स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर
  • भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय

चेन्नई में धार्मिक स्थान

  • पार्थसारथी मंदिर
  • वाडापलानी मंदिर
  • कंडास्वामी मंदिर
  • मारुन्दीश्वर मंदिर
  • मक्का मस्जिद
  • ग्रौंड मस्जिद
  • हजार रोशनी मस्जिद
  • अर्मेनियाई चर्च
  • संथोम कैथेड्रल
  • सेंट मेरी चर्च

चेन्नई में समुद्र तट

चेन्नई में बहुत से समुद्र तट स्थित हैं। इन समुद्र तटों में से कुछ में आप वॉटर पार्क का आनंद ले सकते हैं, जबकि कुछ अन्य समुद्र तटों पर आप मछुआरों के गाँवो को भी देख सकते हैं। मरीना बीच, कोवेलोंग बीच और इलियट के समुद्र तट को चेन्नई के प्रसिद्ध समुद्री तटों में गिना जाता हैं।

चेन्नई में चर्च

चेन्नई में स्थित चर्च, अपनी अनोखी वास्तुकला विरासत और साथ ही साथ उन ईसाईयों की धार्मिक संस्कृति को भी प्रतिबिंबित करते हैं, जिन्होंने करीब 500 साल पहले इन्हें बनवाया था।सेंट मैरीज चर्च,संथोम बेसिलिका,वेलांकनी चर्च,आर्मेनियाई चर्च,सी.एस.आई. पवित्र क्रॉस चर्च,सेंट थॉमस माउंट,सेंट एंड्रयूज चर्च,सेंट जॉर्ज कैथेड्रल और डेस्कोनो चर्चआदि को चेन्नई के सबसे लोकप्रिय चर्चों में गिना जाता है।

चेन्नई में खरीदारी

जब आपको चेन्नई में खरीददारी करना हो तो यह जरूरी नहीं आपको हमेशा शॉपिंग मॉलों तक हीजाना पड़े,क्योंकि इस शहर के कुछ ऐसे भी क्षेत्र हैं जहाँ आप खुशी से खरीदारी करने के लिए जा सकते हैं। जिसमें पोंडी बाज़ार,अन्ना सलाई (माउंट रोड),पनागल पार्क,टी-नगर,अन्ना नगर,जॉर्ज टाउन,एगमोरऔर मायलापुरआदि प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।

चेन्नई में भोजन

आपको चेन्नई में व्यंजनों की एकपारंपरिक विभिन्नता मिलेगी।जब आप इस शहर में हों तोआपको, इडली,डोसा,उपमा,सांभर,रसम,कूटू व चटनी जैसे कुछ प्रमुख व्यंजनों के स्वाद से वंचित नहीं रहना चाहिए। हालांकि,इन्हें आमतौर पर दोपहर के भोजन के रूप में लिया जाता है, जबकि शाम के नाश्ते(स्नैक्स) में प्याज के पकौड़े, मुरुक्कू और वाडा जैसे प्रमुख व्यंजन शामिल होते हैं।ये स्नैक्स अधिकतर फ़िल्टर्डकॉफी (छनी हुई साफ कॉफी) के साथ लिये जाते है। चेन्नई में पायसम,केसरी व मीठे पोंगल जैसे प्रसिद्ध मीठे व्यंजनों का भी स्वाद लिया जा सकता है। चेत्तीनाद तीखा चिकन,चेन्नई के सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक माना जाता है।

चेन्नई के बारे में तथ्य

  • चेन्नई का पूर्ववर्ती नाम मद्रास था। यह नाम मद्रासपट्टिनम से लिया गया था।
  • चेन्नई को लोकप्रिय रूप से ‘दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार’ कहा जाता है।
  • इस शहर का टाइडेल पार्क एशिया में सबसे बड़ा आईटी पार्क है।
  • कोयाम्बेदुमें स्थित चेन्नई मोफोसेल बस टर्मिनस (सीबीएमटी) एशिया का प्रमुख बस टर्मिनल है।
  • चेन्नई शहर का अन्ना शताब्दी पुस्तकालय एशिया का सबसे बड़ा पुस्तकालय है।
  • चेन्नई का वंदलुर चिड़ियाघर देश का सबसे पहला और सबसे बड़ा सार्वजनिक चिड़ियाघर है।

चेन्नई तक कैसे पहुँचे

हवाईजहाज द्वारा - चेन्नई में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइटों का आगमन अन्ना टर्मिनल पर होता है और देशीय फ्लाइटें कामराज टर्मिनल पर आती हैं। चेन्नई शहर, थाईलैंड (बैंकॉक),श्रीलंका (कोलंबो),यूएए (दुबई), मलेशिया(कुंआलालपुर),कुवैत,मस्कट (बहरीन) और सिंगापुर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।हवाई अड्डे से चेन्नई शहर के मध्य किराये की टैक्सियाँ चलती रहती हैं।टैक्सी दो प्रकार की होती हैं, सर्वत्र प्रचलित काली टैक्सी और निजी कॉल टैक्सी।

ट्रेन द्वारा – चेन्नई सेंट्रल व एगमोर,भारत के अन्य भागों से लंबी दूरी की ट्रेनों के लिएदो प्रसिद्ध ट्रेन टर्मिनस हैं।

बस द्वारा–स्वर्ण चतुर्भुजपरिवहन परियोजना द्वारा चेन्नई, भारत के अन्य भागों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम द्वारा संचालित वोल्वो वातानुकूलित सेवाएं चेन्नई से पांडिचेरी,वेल्लौर,होसुर और ट्रिची जैसे शहरों में चलती है।

समुद्र के द्वारा - चेन्नई में, चेन्नई पोर्ट और एन्नोर पोर्ट नाम के दो बंदरगाह हैं,जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर तक नियमित नौका वाहित करते रहते है।

 

शहर के भीतर परिवहन

 

बस द्वारा – महानगर परिवाहन निगम(एमटीसी) बसें पूरे चेन्नई शहर में चलती हैं। एमटीसी बसें तमिलनाडु सरकार के स्वामित्व में संचालित हैं। यहाँबस का किराया बहुत सस्ता है।

ऑटो-रिक्शा द्वारा- ऑटो रिक्शा केवल कम दूरी के लिए उपयुक्त हैं।अगर आप एक ऑटो-रिक्शा बुलाते हैं,तो यात्रा शुरू करने से पहले चालक के साथ किराए पर बातचीत करना बेहतर होगा।

टैक्सी द्वारा - चेन्नई टैक्सियाँ आधुनिकृत हैं। वे यातायात के विश्वसनीय माध्यम हैं।

भारत के मानचित्र द्वाराचेन्नई शहर का नक्शा आपको बेहतर तरीके से शहर से परिचयकराने में मदद करेगा। यहनक्शा, आपको शहर के सभी महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों,महत्वपूर्ण रेलवे लाइनों,वनस्पतियों,शहर के महत्वपूर्ण जल निकायों,लोकप्रिय होटल और अस्पतालों,शहर के विभिन्न हिस्सों में, सिनेमा हॉलऔर समृद्ध क्षेत्रों का पता लगाने में सहायता करेगा।

 

चेन्नई शहर के महत्वपूर्ण तथ्य 

 

शहर का नाम

चेन्नई

राज्य

तमिलनाडु

जिला

चेन्नई

जिला मुख्यालय

चेन्नई

 

तहसील/तालुक

एगमोरनगंम्बक्कम, फोर्ट टॉन्डियरपेट, मम्बलाम गुईंडी,मायलापोर त्रिपलिकेन,पेराम्बुर पुरसवलकम

वार्ड

200

अक्षांश देशांतर

13° 04 ‘एन 80 डिग्री 17’ ई

क्षेत्र

426 कि.मी वर्ग (164.8 वर्ग मील)

2011 के अनुसार जनसंख्या

7088000

अधिकारिक भाषा

तमिल

समय क्षेत्र

आईएसटी (यूटीसी+05:30)

एस.टी.डी कोड

44

परिवहन

वायु, सड़क, रेल, समुद्र

वाहन पंजीकरन

टीएन-01 से तमिलनाडु-14, टीएन-18, टीएन-22, टीएन-85

खाद्द / व्यंजन और मसाले

 

 

 

 

 

चेन्नई में, गर्म फ़िल्टर्ड कॉफी,शाकाहारी और गैर-शाकाहारी भोजन – इडली,डोसा,उपम,वाडा, उपमा-टमाटर की चटनी, नारियल चटनी और सांबर, चावल के व्यंजन, फलियां और दाल, करी पत्ते, सरसों के बीज, धनिया,अदरक, लहसुन,मिर्च, काली मिर्च, दालचीनी,लौंग, हरी इलायची,जीरा, जायफल, नारियल और गुलाब जल, परोथा, पुलियोगेरे,अवीयल,थोग्याल,थायी सदाम,चिकन,मिर्च चिकन,चिकन स्टू,नारियल करी से बनी कई चीजें,मिठाई पोंगल,केसरी, आदि प्रमुख खाद्द व्यंजनों तथा नारियल-स्वाददार छाछ,फलों के रस की विविधता आदि को चेन्नई के प्रमुख पेय के रूप में उपयोग किया जाता हैं।

धर्म

इस्लाम धर्म, ईसाई धर्म, हिन्दू धर्म

 

 

 

मेले और त्यौहार

नत्यान्जली नृत्य महोत्सव, नृत्य और संगीत समारोह, यात्रा और पर्यटन मेला, पोंगल, अरुबातीमोओवर, मामल्लपुरम,चित्तिराई, महामागम, कन्थुरी, वेलांकन्नी, नवरात्रि और सरल-विजा, कवाडी महोत्सव, नत्याँजली नृत्य महोत्सव, ग्रीष्मकालीन महोत्सव, त्यागराज महोत्सव, कार्तिगई दीपम आदि।

 

 

 

स्मारक

फोर्ट सेंट जॉर्ज, फ्रीमेसन हॉल, सरकारी संग्रहालय, कामराज मेमोरियल हाउस, एमजीआर मेमोरियल, सानेट हाउस, हजार रोशनी मस्जिद, वेल्लुवर कोट्टाम, युद्ध स्मारक

 

 

 

 

 

 

 

आकर्षक स्थान

मरीना बीच, कपलेश्वर मन्दिर, सैन थॉम बेसिलिका, अन्ना जुलॉजिकल पार्क, सेंथोम बेसिलिका, मारुन्न्धीश्वर मंदिर, अश्तलक्ष्मी कोविल, फोर्ट सेंट जॉर्ज, विवेकानंद इलम, सरकारी संग्रहालय, गुइंडी नेशनल पार्क,कोवेलोंग, सेंट थॉमस माउंट, इलियट्स बीच, मध्य कैलाश, वल्लुवर कोट्टाम, कालिकम्बल मंदिर, वीजीपी यूनिवर्सल किंगडम, क्वींस लैंड,किश्किन्टा, मायाजाल,बिड़ला प्लानेटेरियम, चर्च ऑफ अवर लेडी ऑफ़ लाइट, स्वर्ण समुद्र तट, अम्पा स्काईवॉक, प्रकाशस्तम्भ, हजार लाइट्स मस्जिद,रविश्वर, सेंट पैट्रिक कैथेड्रल, सेंट जॉर्ज कैथेड्रल, सेंट मैरी चर्च (फोर्ट सेंट जॉर्ज), वरसीद्दी विनायक मंदिर, अर्मेनियाई चर्च, श्रीलंका महाबोधि केंद्र, इस्कॉन मंदिर चेन्नई, पुझाल एरि आदि।

 

 

होटल

 

हयात रिजेंसी, द रैनट्री होटल, कोर्टार्ड, रेडिसन ब्लू होटल सिटी सेंटर, द कॉर्ड मेट्रोपॉलिटन, शेरेटन पार्क होटल और टावर्स, ताज क्लब हाउस, विवन द्वारा ताज-कॉन्नेमारा आदि।

 

 

बाजार

पॉंन्डी बाज़ार, अन्ना सालाई (माउंट रोड), पनागल पार्क, टी-नगर, अन्ना नगर, जॉर्ज टाउन, एगमोर, मायलापोर, बर्मा बाजार, तिरूनेलवेली, कुंबकोणम, थंजावुर, महाबलीपुरम, काँचीपुरम, पैरीस कॉर्नर, मिंट स्ट्रीट, मॉल- अभिरामी मेगा मॉल,आल्सा मॉल,अम्पा स्काईवॉक,चेन्नई सिटी सेंटर, चेन्नई ट्रेड सेंटर, कोरोमंडल प्लाजा, एक्सप्रेस एवेन्यू, स्पेन्सर प्लाजा, फोनिक्स फोरम विजया मॉल

 

महत्वपूर्ण स्थल

आईआईटी कैंपस, रेस कोर्स, गुइंडी नेशनल पार्क, एमजीआर फिल्म सिटी, केएसआरटीसी, मरीना बीच

 

शहर से जुड़ने वाले महत्वपूर्ण मार्ग

ग्रेट उत्तरी ट्रंक रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग 45 पुनामले रोड, तिरुवल्लार हाई रोड, तिरुवोत्तिर हाई रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग 4, राष्ट्रीय राजमार्ग-5

 

 

कारखाने

मिल इंडस्ट्रीज लिमिटेड, ऑटोटेक इंडस्ट्रीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड,मद्रास एंग्ग इंडस्ट्रीज पीईपी लिमिटेड, मोटर वाहन इलेक्ट्रॉनिक्स,सॉफ्टवेयर रिटेल, विनिर्माण, मद्रास स्टॉक एक्सचेंज, रोयापुरम मछली पकड़ने के हार्बर, कोलिवुड, मद्रास बाशै, मद्रास कलॉथ,सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) सेवा आदि

 

 

कॉलेज तथा विश्वविद्यालय

ए.एम.ई.विश्वविद्यालय, अन्ना विश्वविद्यालय, बी.एस. अब्दुर रहमान विश्वविद्यालय, भारत विश्वविद्यालय, ईश्वरीय हाथ अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय (डीएचआईयू), डा. एम.जी.आर.शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान, हिंदुस्तान विश्वविद्यालय, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय, गणितीय विज्ञान संस्थान,तमिलनाडु डॉ. एम जी आर मेडिकल विश्वविद्यालय, तमिलनाडु डॉ अंबेडकर लॉ विश्वविद्यालय, तमिलनाडु शिक्षक शिक्षा विश्वविद्यालय, तमिलनाडु शारीरिक शिक्षा और खेल विश्वविद्यालय आदि