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48 घंटे में चेन्नई के दर्शनीय स्थल

August 10, 2016


चेन्नई के दर्शनीय स्थल दो दिन में घूमे

चेन्नई के दर्शनीय स्थल दो दिन में घूमे

चेन्नई को पहले मद्रास नाम से जाना जाता था। यह एक सांस्कृतिक तौर पर समृद्ध और रंगबिरंगी शहर है। इस प्राचीन लेकिन तेजी से बढ़ते महानगर की छोटी-सी यात्रा भी आपके दिमाग में दक्षिण भारतीय संस्कृति और कला के प्रति आदर भाव जगा देगी। हम यहां बता रहे हैं कि चेन्नई में आप अपने वीकेंड को कैसे यादगार बना सकते हैं-

पहला दिनः

बीच रोड ड्राइव- सुबह 6 बजे

चेन्नई बहुत जल्दी उठ जाता है। सुप्रभातम गुनगुनाता है। फिल्टर ‘कापी’ की मीठी सुगंध भी आपको सुबह होने का अहसास करा देगी। आपकी यात्रा की शुरुआत बीच रोड पर लॉन्ग ड्राइव के साथ कीजिए। यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास से लॉन्ग ड्राइव पर निकलिए और सांतोम की ओर धीरे-धीरे आगे बढ़िए। आपके बाएं हाथ पर मरीना बीच आएगा। यह भारत का सबसे लंबा प्राकृतिक शहरी बीच है। यह बीच पर कई स्मारक देखने का सबसे अच्छा तरीका है, जैसे- अन्ना मेमोरियल, एमजीआर मेमोरियल, लेबर स्टैच्यू, सुब्रमण्य भारती स्टैच्यू और कन्नगी स्टैच्यू। समुद्री तट पर इस लंबी सैर के बाद पुराने लाइटहाउस पर रुकिए और उसे देखिए। आपको यह बहुत अच्छा लगेगा।

सैन थोम कैथेड्रल- सुबह 7 बजे

पास ही में सैन थोम बैसिलिका है। 16वीं सदी में पुर्तगाली यात्रियों ने इसे बनवाया था। यहां जीसस के एक अपोस्टल, सेंट थॉमस के अवशेष हैं। चर्च को 1893 में नियो-गोथिक स्टाइल में बनाया गया था। यह दक्षिण भारत के सबसे ज्यादा चर्चित चर्चों में से एक है।

रयार मेस पर ब्रेकफास्ट- 7.45 बजे

अरुंदल स्ट्रीट पर स्थित 70 साल पुराने रयार मेस का सूत्र वाक्य है- “ग्राहक हमारा परिवार है”। फ्लफी इडली, क्रिस्पी डोसा और कॉफी के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है रयार मेस।

कपालीश्वर मंदिर – 8.15 बजे

यदि आप मायलापोर में कपालीश्वर मंदिर नहीं गए तो आपने चेन्नई देखा ही नहीं। यह मंदिर सातवीं सदी में बना था। द्रविड़ीयन स्थापत्य कला का एक खूबसूरत नमूना है यह मंदिर। माना जाता है कि भगवान कपालीश्वर और देवी कर्पागंबल (शिव और पार्वती) मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु को अपना आशीर्वाद देते हैं।

मायलापोर की यात्रा- 9 बजे

यह मायलापोर की सड़कों को खंगालने का सबसे अच्छा वक्त है। फूलों की स्टाल्स से लेकर उपहारों की दुकानों तक। नाश्ते से लेकर लकड़ी की कलात्मक वस्तुओं तक, यह जगह पुरानी चेन्नई का सर्वोत्कृष्ट स्थान है। आप यहां कई आर्ट गैलरी भी देख सकते हैं। खास तौर पर खूबसूरत तंजौर पेंटिंग्स में तो आप खो ही जाएंगे।

पार्थसारथी मंदिर की यात्रा- 10 बजे

इस क्षेत्र का एक और प्रसिद्ध मंदिर है पार्थसारथी मंदिर। (भगवान कृष्ण को समर्पित) यह मंदिर त्रिपलीकेन में स्थित है। यह 108 दिव्य देसम में से एक है और इसका जिक्र छठी सदी के साहित्य में भी मिलता है।

सरकारी संग्रहालय की सैर – 11.30 बजे

चेन्नई में एग्मोर स्थित सरकारी संग्रहालय एक प्राचीन ब्रिटिशकालीन इमारत में बना है। चोला साम्राज्य के दौरान बनी कांसे की प्रतिमाएं आपका ध्यान आकर्षित करेंगी। आप यहां पल्लव मूर्तिकला और बौद्ध निशानियों को भी देख सकते हैं।

सरावना भवन पर लंच- 1.30 बजे

एग्मोर से नीचे की ओर टी नगर, पॉन्डी बाजार चले आइए। प्रसिद्ध सरावना भवन पर लंच कीजिए। यह रेस्टोरेंट अंतरराष्ट्रीय चेन का हिस्सा है, जिसने दुनिया के नक्शे में तमिल खान-पान को पहुंचाया है।

पॉन्डी बाजार में निक-नेक्स उठाइए- 2.30 बजे

पॉन्डी बाजार में आपको कई ब्रांड्स, मॉल्स और स्ट्रीट वेंडर मिल जाएंगे। आप कल्पना कीजिए और वह आपको यहां मिल जाएगा। यदि आप जंक ज्वैलरी, पर्स, जूते और इसी तरह की छोटी-मोटी वस्तुएं खरीदने की सोच रहे हैं तो यह अच्छी जगह है।

टी नगर में शॉपिंग- 3 बजे

चेन्नई आए और नल्ली में नहीं रुके तो यात्रा अधूरी ही रह जाती है। यह कांजीवरम सिल्क साड़ियों के लिए ख्यात है। आप टी नगर में मौजूद कई साड़ी और कपड़ों की दुकानों पर जा सकते हैं, जैसे- पॉथी कुमारन, आरएमकेवी। टी नगर की पहचान ज्वैलरी दुकानों की वजह से भी है। इस इलाके के नामचीन शोरूम्स में एक है जीआर थंगामलीगाई (जीआरटी)। अन्य प्रमुख ज्वेलर्स हैं- कल्याण ज्वेलर्स, विम्मुडी बंगारू चेट्टी, जयचंद्रन, प्रिंस ज्वेलरी, मलाबार गोल्ड और एनएसी। हाल ही में जॉय अलुक्कास ने टी नगर में दुनिया का सबसे बड़ा ज्वैलरी शो रूम खोला है। तो चमत्कृत होने को तैयार हो जाइए।
यदि आपके दिमाग में बर्तन और घरेलू जरूरतों के सामान खरीदने की बात चल रही हो तो सरावना स्टोर्स जाना मत चुकना। यहां आपको घरेलू जरूरत का हर सामान मिल जाएगा। यदि वक्त मिले तो रंगनाथन स्ट्रीट जरूर जाइए। यह देश के सबसे व्यस्त स्ट्रीट मार्केट्स में से एक है।

पनागल पार्क में आराम – 5 बजे

चेन्नई में एक थकाने देने वाले दिन के बाद पनागल पार्क में आप आराम फरमा सकते हैं। चेन्नई के नजारों और शोर में खो जाइए। आप यहां चमेली-बेला के फूलों से बनी वेणी खरीद सकते हैं। कच्चे केले के फ्रिटर्स (बज्जी) और चाय तो यहां की खास है।

म्युजिक एकेडमी में कंसर्ट – 7 बजे

आप कई शहरों में गए होंगे और आपको वहां एक-सा क्लब्स और डिस्कोथेक कल्चर दिखाई दिया होगा। लेकिन चेन्नई जैसे सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर में आप नियमित नाइटलाइफ को छोड़कर आप म्युजिक एकेडमी में कर्नाटकी कंसर्ट या भरतनाट्यम प्रस्तुतियों में भाग लीजिए। यह एक यादगार अनुभव साबित होगा।

दूसरा दिन-

मुरुगन इडली शॉप पर ब्रेकफास्ट- सुबह 9 बजे

सुबह का नाश्ता थोड़ा देर से ही करें। वह भी मुरुगन इडली शॉप पर। यह रेस्टोरेंट चेन स्थानीय लोगों में काफी प्रचलित है। चेन्नई शहर में इसके 17 आउटलेट्स हैं। इडली और डोसा से ब्रेक लीजिए और इडियाप्पम, रागी सेमिया, स्वीट पोंगल या उत्तपम जैसा कुछ स्थानीय डिश मंगाइए। आपको यह जरूर अच्छा लगेगा।

गुइंडी नेशनल पार्क की यात्रा – 11 बजे

चेन्नई में ट्रैफिक साफ-सुथरा और सभ्य है, लेकिन फिर भी यात्रा करने में बहुत वक्त लगता है। देश के सबसे छोटे नेशनल पार्क्स में से एक गुइंडी नेशनल पार्क की अपनी अलग पहचान है। यह देश के सबसे बड़े महानगरों में से एक में हैं, लिहाजा यहां पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या भी बहुत ज्यादा होती है।

यह पार्क कई जानवरों का घर है। इनमें स्पॉट वाले हिरण, काले हिरण और जैकाल शामिल है। स्नेक पार्क इस नेशनल पार्क का खास आकर्षण है। चिल्ड्रन पार्क में छोटे-छोटे बच्चों को खेल-कूद करते देखना दिलचस्प रहता है। यहां से उन्हें प्रकृति के चमत्कार दिखाने को मिल जाते हैं।

गांधी मंडपम – 2 बजे

स्थानीय भोजनालय में लंच करने के बाद आप सीधे गांधी मंडपम की ओर चले जाइए। गांधी मंडपम स्मारकों का एक बहुत बड़ा कॉम्प्लेक्स है। यह स्थान महात्मा गांधी को समर्पित होने के साथ ही अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों जैसे रेत्तामलाई श्रीनिवासन, कामराज, राजाजी, मिंजुर भक्तवत्सलम जैसे बड़े नेताओं के भी स्मारक यहां मौजूद हैं। खूबसूरत स्मारक और बेहतरीन लॉन आपकी यादों में हमेशा जिंदा रहेगा।

एलियट्स बीच – 4 बजे

सूर्यास्त से ठीक पहले आप बेसंट नगर में एलियट्स बीच पहुंच जाएं। यह मरीना बीच की तरह भीड़भरा तो नहीं होता, लेकिन यहां आप लहरों को सुनते हुए अपनी शाम को बेहतरीन तरीके से गुजार सकते हैं।

रजनीकांत फिल्म – 7 बजे

रजनीकांत की फिल्म को तमिल में स्थानीय लोगों के साथ देखने के अनुभव को मत चुकिए। आप भी थोड़ी देर के लिए ही सही, थलाइवा के प्रशंसकों के जश्न का आनंद उठा सकेंगे।

यदि आप चेन्नई में 48 से ज्यादा घंटे बिताना चाहते हैं तो आप चेन्नई के दर्शनीय स्थल वल्लुवर कोट्टम, अष्टलक्ष्मी मंदिर, जॉर्ज टाउन, सेंट थॉमस माउंट (चर्च), चोलामंडल आर्टिस्ट विलेज, कलाक्षेत्र, विवेकानंद इल्लम, वंडालुर जू, वीजीपी गोल्डन बीच और थाउजंड लाइट्स मॉस्क जरूर जाइए।